Bihar transport: बिहार सरकार की 'पिंक बस सेवा' मुजफ्फरपुर में शुरू हो गई है। महिलाओं की सुरक्षा के लिए CCTV और पैनिक बटन से लैस ये बसें चार रूटों पर चलेंगी।

Muzaffarpur pink bus service: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है। बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी योजना 'पिंक बस सेवा' अब धरातल पर उतर चुकी है। 30 जून, सोमवार से मुजफ्फरपुर जिले में इस सेवा की शुरुआत हो रही है। खास बात यह है कि ये बसें सिर्फ महिलाओं के लिए चलाई जाएंगी और उनमें महिला कंडक्टर होंगी।

चार रूट, चार बसें: जानिए कौन-कौन से रूट पर दौड़ेगी ‘पिंक बस’

इस योजना के तहत मुजफ्फरपुर प्रक्षेत्र को कुल 4 पिंक बसें मिली हैं। ये बसें चार अलग-अलग रूटों पर चलेंगी:

  • पहली बस: मुजफ्फरपुर से साहेबगंज होते हुए केसरिया तक (दिन में दो बार, पहली सेवा सुबह 6:30 बजे) 
  • दूसरी बस: मुजफ्फरपुर से कांटी, मोतीपुर, मेहसी होकर चकिया तक (तीन बार, पहली सेवा सुबह 7:25 बजे)
  • तीसरी बस: मुजफ्फरपुर से झपहां, तरियानी, मीनापुर होते हुए शिवहर पिपराही तक (दो बार, पहली सेवा सुबह 6:30 बजे) 
  • चौथी बस: मुजफ्फरपुर से मुशहरी, पिलखी, ढोली होते हुए पूसा (समस्तीपुर) तक सभी बसें इमलीचट्टी बस स्टैंड से चलेंगी।

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सुरक्षा का पूरा ख्याल: CCTV और पैनिक बटन से लैस होंगी बसें

इन 22 सीटर CNG बसों को महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विशेष रूप से तैयार किया गया है।

  1. हर बस में CCTV कैमरे लगाए गए हैं ताकि यात्रा के दौरान हर गतिविधि की निगरानी हो सके। 
  2. पैनिक बटन की व्यवस्था भी की गई है, ताकि किसी आपात स्थिति में महिलाएं तुरंत मदद प्राप्त कर सकें

महिला कंडक्टर, पुरुष ड्राइवर: आगे चलकर महिला ड्राइवरों की भी होगी नियुक्ति

बसों में फिलहाल पुरुष ड्राइवर तैनात किए गए हैं, लेकिन महिला ड्राइवरों की नियुक्ति प्रक्रिया भी जारी है। शुरुआत में सभी बसों में महिला कंडक्टर मौजूद रहेंगी, जिससे महिलाएं खुद को अधिक सुरक्षित महसूस करें।

बिहार सरकार की यह योजना न केवल महिलाओं को सुरक्षित और सुविधाजनक परिवहन प्रदान करेगी, बल्कि उन्हें समाज में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में भी मील का पत्थर साबित होगी। यह पहल ‘आधी आबादी को पूरी भागीदारी’ दिलाने की दिशा में एक मजबूत और व्यावहारिक कदम है।

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