काराकाट विधानसभा चुनाव 2025: काराकट  में महागठबंधन और BJP-जदयू गठबंधन के बीच कड़ा मुकाबला। जातीय समीकरण, विकास और नेताओं की लोकप्रियता तय करेंगे इस सीट का अगला विजेता। 

Karakat Assembly Election 2025: काराकट विधानसभा सीट (Karakat Assembly Seat) बिहार के रोहतास जिले में स्थित है और यह वैशाली लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है। यह सीट हमेशा से ही राजनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण रही है। यहां के चुनावी नतीजे न केवल स्थानीय राजनीति, बल्कि पूरे राज्य की दिशा तय करते रहे हैं। पिछले चुनावों में यहां कई बड़े उलटफेर और चौंकाने वाले परिणाम देखने को मिले हैं।

पिछले चुनावों का सफर: जीत, हार और आंकड़े

2020 काराकट विधानसभा चुनाव

  •  विजेता: अरुण सिंह (CPI(ML)(L)-82,700 वोट
  •  हारने वाले: राजेश्वर राज (BJP)-64,511 वोट
  •  हार-जीत का मार्जिन: 18,189 वोट
  • खास वजह: इस चुनाव में महागठबंधन का कब्जा दिखा और स्थानीय समीकरणों ने बड़ी भूमिका निभाई।
  • नोट: अरुण सिंह 10 वीं पास है। उन पर दो मुकदमे दर्ज हैं। उनकी कुल संपत्ती करीब 1.80 करोड़ रूपए हैं लेकिन उन पर कोई कर्जा नहीं है।

2015 काराकट विधानसभा चुनाव

  •  विजेता: राजाराम सिंह (RJD)-59,720 वोट
  •  हारने वाले: उपेंद्र कुशवाहा (BJP)-47,601 वोट
  • खास बात: महागठबंधन और BJP के बीच कड़ी टक्कर रही।

2010 काराकट विधानसभा चुनाव

  •  विजेता: उपेंद्र कुशवाहा (JD(U)-49,751 वोट
  •  हारने वाले: मुन्ना राय (RJD)-38,336 वोट
  • खास वजह: इस चुनाव में तीसरे दल की भूमिका निर्णायक साबित हुई।

काराकट चुनाव में जातिवाद और क्षेत्रीय समीकरण

  •  यहां के चुनावों में जातीय समीकरण हमेशा निर्णायक रहे हैं।
  •  स्थानीय मुद्दे जैसे किसानों की समस्याएं, सड़क और शिक्षा मतदाताओं को प्रभावित करते हैं।
  •  राजनीतिक दल हमेशा स्थानीय और क्षेत्रीय समीकरण को ध्यान में रखकर रणनीति बनाते हैं।

महागठबंधन का दबदबा: 2020 में जीत ने इसका प्रमाण दिया।

  •  BJP की चुनौती: राजेश्वर राज ने 64,511 वोट हासिल किए थे, और 2025 में उनकी रणनीति अहम।
  •  तीसरे दल की भूमिका: 2010 में JD(U) की जीत ने दिखाया कि गठबंधन या छोटे दलों का समर्थन निर्णायक हो सकता है।
  •  मतदाता संख्या: रोहतास जिले में इस सीट के लिए कुल वोटरों की संख्या लाखों में है, जिनकी सक्रिय भागीदारी परिणाम तय कर सकती है।
  •  जातीय और क्षेत्रीय समीकरण: कुशवाहा, यादव, राजपूत, मुस्लिम वोटर गुटों की भूमिका निर्णायक।

क्या विकास और वोटरों की प्राथमिकताएं नतीजों को बदल देंगी?

काराकट विधानसभा सीट (Karakat Assembly Seat) बिहार की राजनीति में हमेशा से एक दिलचस्प मेला रही है। 2025 में भी यहां जोरदार मुकाबला देखने को मिलेगा। जातीय समीकरण, क्षेत्रीय मुद्दे और स्थानीय नेताओं की लोकप्रियता इस चुनाव की दिशा तय करेंगे।