दरभंगा ग्रामीण विधानसभा चुनाव 2025: बिहार की इस सीट पर RJD के ललित कुमार यादव 2005 से दबदबा बनाए हुए हैं। 2020 में फराज फातमी को सिर्फ 2,141 वोट से हराया। क्या 2025 में RJD अपनी पकड़ बचा पाएगी या NDA इस गढ़ को ढहा देगा?
Darbhanga Rural Assembly Election 2025: दरभंगा ग्रामीण विधानसभा चुनाव 2025 बिहार की राजनीति में खास महत्व रखता है। यह सीट 2005 से लगातार आरजेडी (RJD) के कब्जे में है और मौजूदा विधायक ललित कुमार यादव हैं। ललित यादव यहां से लगातार जीत दर्ज करते आ रहे हैं और केवल 2005 के फरवरी चुनाव में जेडीयू के प्रभाकर चौधरी से हार का सामना करना पड़ा था। 2020 में उनका मुकाबला जेडीयू के फराज फातमी से हुआ था, जहां बेहद कांटे की टक्कर देखने को मिली। इस बार भी दरभंगा ग्रामीण का चुनावी रण बेहद रोमांचक और सस्पेंस से भरा होने वाला है।
दरभंगा ग्रामीण विधानसभा का 2020 का चुनाव परिणाम
- 2020 के चुनाव में आरजेडी उम्मीदवार ललित कुमार यादव ने महज 2,141 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की।
- ललित कुमार यादव (RJD) - 64,929 वोट (41.26%)
- फराज फातमी (JDU)- 62,788 वोट (39.9%)
- प्रदीप कुमार ठाकुर (LJP) -17,605 वोट
खास बात: यहां लोजपा तीसरे स्थान पर रही। जो 2025 में एनडीए गठबंधन का हिस्सा है।
नोट: आरजेडी नेता ललित कुमार यादव पोस्ट ग्रेजुएट तक पढ़ाई किए हैं। उन पर एक मुकदमा है। उनकी कुल चल अचल संपत्ति 17.52 करोड़ रुपए है लेकिन उनके ऊपर 2.35 करोड़ रुपए का लोन भी है।
दरभंगा ग्रामीण विधानसभा का 2015 का चुनाव परिणाम
- 2015 में ललित यादव ने बड़ी जीत दर्ज की थी।
- ललित कुमार यादव (RJD)-70,557 वोट
- नौशाद अहमद (HAMS) -36,066 वोट
खास बात: यहां ललित यादव ने विरोधी को लगभग 34,491 वोटों से हराया।
दरभंगा ग्रामीण विधानसभा का 2010 का चुनाव परिणाम
- 2010 में भी आरजेडी ने यहां जीत दर्ज की।
- ललित कुमार यादव (RJD)-29,776 वोट
- अशरफ हुसैन (JDU)-26,100 वोट
खास बात: यहां जीत का अंतर 3,676 वोट था।
जातीय समीकरण और मतदाता
- दरभंगा ग्रामीण सीट पर कुल 2.77 लाख वोटर हैं।
- पुरुष वोटर: 1.47 लाख (53.2%)
- महिला वोटर: 1.29 लाख (46.7%)
- ट्रांसजेंडर वोटर: नगण्य संख्या
खास बात: यहां मुस्लिम, यादव और ब्राह्मण वोटरों की संख्या सबसे ज्यादा है। इनके बाद कोइरी, रविदास और पासवान मतदाता आते हैं। यही समीकरण चुनावी जीत-हार में अहम भूमिका निभाते हैं।
दरभंगा ग्रामीण का राजनीतिक इतिहास
1977 में जब यह सीट मनीगाछी नाम से अस्तित्व में आई थी, तब जनता पार्टी के जगदीश चौधरी यहां से विजेता बने। इसके बाद कांग्रेस, जनता दल और जदयू ने यहां जीत दर्ज की, लेकिन 2005 से यह सीट आरजेडी का गढ़ बन गई। ललित कुमार यादव ने 2005 को छोड़कर बाकी सभी चुनावों में जीत दर्ज की है और अब वे यहां से लगातार जीत की हैट्रिक बना चुके हैं।