Bihar me Vikash: बिहार में 900 किमी स्टेट हाइवे को दो लेन या उससे ज़्यादा चौड़ा किया जाएगा। इससे राज्य के किसी भी कोने से पटना जल्द पहुँचा जा सकेगा। फुटओवर ब्रिज भी बनाए जाएँगे।
Bihar News in Hindi: बिहार में करीब 900 किलोमीटर स्टेट हाइवे को कम से कम दो लेन का चौड़ा किया जाएगा। पथ निर्माण विभाग ने इस दिशा में काम शुरू कर दिया है। सरकार का लक्ष्य इनमें से कुछ सड़कों को चार लेन के रूप में भी विकसित करना है। इसके लिए जल्द ही केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा।
चौड़ीकरण में 10,000 करोड़ रुपये होंगे खर्च
अनुमान के मुताबिक, स्टेट हाइवे के चौड़ीकरण में करीब 10 हजार करोड़ रुपये खर्च होने की उम्मीद है। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक, साल 2005 में राज्य में कुल सड़क नेटवर्क 14,468 किलोमीटर था, जो 2024 में बढ़कर 26,081 किलोमीटर हो गया है। इसमें से 6,147 किलोमीटर नेशनल हाइवे है, जबकि 3,638 किलोमीटर स्टेट हाइवे और 16,296 किलोमीटर मेजर डिस्ट्रिक्ट पथ (एमडीआर) है।
किसी भी कोने से छह घंटे में पटना पहुंचने
राज्य सरकार के प्रयासों से "राज्य के किसी भी कोने से छह घंटे में पटना पहुंचने" की योजना 2016 में ही पूरी हो गई थी। इसके बाद 2024 में पांच घंटे में पटना पहुंचने का लक्ष्य भी सफलतापूर्वक हासिल कर लिया गया। अब सरकार ने 2027-28 तक "चार घंटे में पटना पहुंचने" की योजना पर काम शुरू कर दिया है।
दो लेन से ज्यादा किया जाएगा चौड़ा
चूंकि राज्य राजमार्ग जिला मुख्यालयों को प्रखंड मुख्यालयों से जोड़ते हैं, इसलिए इनका चौड़ीकरण बेहद जरूरी है। विभाग यह भी मूल्यांकन कर रहा है कि इनमें से किन सड़कों को राष्ट्रीय राजमार्ग में बदला जा सकता है और किन सड़कों को दो लेन से ज्यादा चौड़ा किया जा सकता है, ताकि आम लोग कम समय में पटना पहुंच सकें।
फुटओवर ब्रिज बनाने का भी फैसला
सड़कों को चौड़ा करने के साथ ही विभाग ने राज्य की प्रमुख सड़कों पर फुटओवर ब्रिज बनाने का भी फैसला किया है। यह फैसला इसलिए लिया गया है, क्योंकि सबसे ज्यादा पैदल यात्री हिट एंड रन के मामलों का शिकार हो रहे हैं। ऑटो, बस, ट्रक या अन्य वाहनों की चपेट में आकर पैदल यात्री अपनी जान गंवा रहे हैं।
प्रमुख सड़कों पर एफओबी का निर्माण
इस समस्या के समाधान के लिए हाल ही में सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक हुई, जिसमें निर्णय लिया गया कि पटना समेत राज्य के अन्य जिलों की प्रमुख सड़कों पर एफओबी का निर्माण कराया जाए। इससे लोग सुरक्षित तरीके से सड़क पार कर सकेंगे और वाहनों का आवागमन भी बाधित नहीं होगा।