Rahul Gandhi News Viral: राहुल गांधी के गया दौरे के दौरान दशरथ मांझी के घर चंद मिनटों के लिए VIP शौचालय बनाया गया, जो उनके जाने के बाद हटा लिया गया। मांझी परिवार का आरोप है कि प्रशासन सिर्फ़ VIP दौरे के समय ही विकास दिखाता है।

Gaya News: बिहार के गयाजी में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के दौरे से पहले वीआईपी बाथरूम बनाया गया, जो उनके दौरे के बाद चर्चा का विषय बन गया है। शुक्रवार 6 जून को राहुल गांधी बिहार के गयाजी और नालंदा जिले के एक दिवसीय दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने माउंटेन मैन दशरथ मांझी के परिजनों से भी मुलाकात की। राहुल गांधी दशरथ मांझी के घर गए, जहां उनके दौरे से पहले जिला प्रशासन की ओर से कुछ खास इंतजाम किए गए थे, जिसकी अब चर्चा हो रही है।

दौरे से चंद मिनट पहले बना आलीशान शौचालय

कहा जा रहा है कि जिला प्रशासन का विकास सिर्फ वीवीआईपी मूवमेंट के लिए है। दशरथ मांझी के परिजनों ने कहा कि वीआईपी दौरे के दौरान उनके घर के विकास की तस्वीर अलग दिखती है और उनके दौरे के साथ ही विकास की तस्वीर बदल जाती है। ऐसा ही कुछ राहुल गांधी के दौरे के बाद देखने को मिला है। जहां रातों-रात सड़क बन जाती है और दौरे के चंद मिनट के लिए आलीशान शौचालय भी बन जाता है।

चर्चा में है वीआईपी शौचालय

दरअसल, राहुल गांधी के दौरे के दौरान दशरथ मांझी के आवास पर एक अस्थायी वीवीआईपी शौचालय का निर्माण कराया गया था। जब राहुल गांधी वहां परिवार से मिलने के बाद नालंदा के लिए रवाना हुए तो चंद मिनटों में ही जिला प्रशासन के संबंधित विभाग के कर्मचारियों ने वीवीआईपी शौचालय के हिस्सों को तोड़कर अपने साथ ले गए। अब इस पर चर्चा शुरू हो गई है, क्योंकि परिवार के लोगों का आरोप है कि जब भी कोई वीवीआईपी उनसे मिलने आता है तो जिला प्रशासन की ओर से विशेष व्यवस्था की जाती है।

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दशरथ मांझी के घर पर नहीं है शौचालय

दशरथ मांझी की पोती अंशु कुमारी ने बताया कि 2015 में सरकार की ओर से उनके परिवार के लिए शौचालय का निर्माण कराया गया था। हालांकि, बाद में शौचालय को तोड़कर उसके ऊपर सड़क बना दी गई। उनका दावा है कि पिछले 10 सालों से उनके घर में शौचालय नहीं है। विकास के दावों पर अंशु कुमारी कहती हैं कि जिला प्रशासन के दावे खोखले हैं। राहुल गांधी के आने से पहले जिला प्रशासन की ओर से एक अस्थायी शौचालय का निर्माण कराया गया था। उनके जाने के कुछ मिनट बाद ही जिला प्रशासन के लोग शौचालय के पुर्जे अपने साथ ले गए। यह पहली बार नहीं है, जब भी कोई नेता अपने घर आता है, तो ऐसी व्यवस्था की जाती है। यह उस व्यक्ति के घर की हालत है, जो अपने संघर्षों के कारण देश ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में जाना जाता है। जिस व्यक्ति ने अपना पूरा जीवन लोगों के कल्याण के लिए समर्पित कर दिया, उस पर एक फिल्म भी बनी, लेकिन उसके परिवार की हालत आज भी वैसी ही है। 

चुनाव लड़ना चाहता है मांझी परिवार

बता दें कि 6 जून को राहुल गांधी गयाजी के प्रसिद्ध गेहलौर गांव पहुंचे थे, जहां उन्होंने माउंटेन मैन के नाम से मशहूर दशरथ मांझी के परिवार से मुलाकात की थी। इस दौरे को खास तौर पर दलित समुदाय के मतदाताओं को लुभाने की रणनीति के तौर पर भी देखा जा रहा है। जब राहुल गांधी परिवार से मिले थे, तब दशरथ मांझी के बेटे भागीरथ मांझी ने बोधगया सुरक्षित सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी। राहुल गांधी ने भी आश्वासन दिया है कि वह इस संबंध में उचित निर्णय लेंगे।