Bihar News in Hindi: लालू यादव 13वीं बार राजद अध्यक्ष बनने जा रहे हैं। 'आप और हम' पार्टी का राजद में विलय हो गया है। तेजस्वी को कमान ना सौंपने के पीछे चुनावी रणनीति बताई जा रही है।
Bihar Politics: लालू प्रसाद यादव इन दिनों बिहार की राजनीति में छाए हुए हैं। वे लगातार 13वीं बार निर्विरोध राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने जा रहे हैं। पहले खबरें थीं कि स्वास्थ्य समस्याओं को देखते हुए लालू यादव अब राजद की कमान अपने छोटे बेटे तेजस्वी यादव को सौंप सकते हैं, लेकिन आखिरी वक्त में उन्होंने अपना फैसला बदल दिया। राजद की कमान लालू यादव के हाथ में रहने का असर भी दिख रहा है। बिहार चुनाव से पहले आप और हम पार्टी का राजद में विलय हो गया है। राजद के प्रदेश अध्यक्ष मंगनीलाल मंडल ने सोमवार (23 जून) को इस विलय की घोषणा की।
'आप और हम' पार्टी का राजद में विलय
'आप और हम' पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगन्नाथ साह ने राजद में विलय की घोषणा करते हुए अपने समर्थकों के साथ राजद की सदस्यता ग्रहण की। राजद के प्रदेश अध्यक्ष मंगनीलाल मंडल ने सभी को सदस्यता दिलाई। इस दौरान जगन्नाथ साह ने कहा कि उन्होंने लालू यादव के विचारों और तेजस्वी यादव के कार्यों से प्रभावित होकर अपनी पार्टी का राजद में विलय किया है। इस अवसर पर मंगनी लाल मंडल ने सभी से संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए सदैव संघर्ष करने की अपील की। आपको बता दें कि 'आप और हम' एक गुमनाम पार्टी है, जिसके नाम अभी तक कोई उपलब्धि नहीं है।
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लालू ने अपने बेटे को क्यों नहीं सौंपी कमान
दूसरी ओर, लालू यादव ने 13वीं बार राजद का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के लिए नामांकन दाखिल किया है। उन्होंने 1997 में राजद की स्थापना की थी और तब से वे राजद के अध्यक्ष पद पर हैं। खास बात यह है कि लालू यादव हर बार निर्विरोध राजद के अध्यक्ष चुने जाते हैं। राजनीतिक जानकारों की मानें तो विधानसभा चुनाव से ठीक पहले पार्टी की कमान छोड़ने से कोर वोटर (यादव और मुस्लिम) बिखर सकते थे। यही वजह है कि लालू अभी पार्टी को किसी और के हवाले नहीं कर सकते।
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