सार
Bihar News: चुनाव से पहले बिहार सरकार का बड़ा फैसला। सीएम नीतीश कुमार ने 715 सहायक उर्दू अनुवादकों को नियुक्ति पत्र दिए। साथ ही उर्दू अनुवादकों के पद अब होंगे दोगुने। जानिए क्या बोले मुख्यमंत्री?
Bihar News: सीएम नीतीश कुमार ने शनिवार को मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित 'संवाद' में एक प्रोग्राम के दौरान 715 सहायक उर्दू अनुवादकों को नियुक्ति पत्र दिए। कार्यक्रम के दौरान 50 ट्रांसलेटर्स को प्रतीकात्मक रूप से, जबकि बाकी को संबंधित जिलों में अप्वाइंटमेंट लेटर दिए गए। नवनियुक्त ट्रांसलेटर्स को बधाई देते हुए सीएम नीतीश ने कहा कि इस नियुक्ति से उर्दू लैंग्वेज का तेजी से प्रचार-प्रसार होगा और प्रशासनिक कार्यों में भी उर्दू की भूमिका मजबूत होगी।
सीएम नीतीश कुमार ने क्या कहा?
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 715 उर्दू अनुवादकों की नियुक्ति पर खुशी जताते हुए कहा कि इनमें से 50 अनुवादकों को नियुक्ति पत्र यहां सौंपा जा रहा है और बाकी उर्दू अनुवादकों को सभी जिलों में आज ही नियुक्ति पत्र दिए दिए जा रहे हैं। साथ ही उन्होंने मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग को खाली पदों और नए पदों पर भी तेजी से बहाली के भी निर्देश दिए।
क्या काम करते हैं उर्दू अनुवादक?
सहायक उर्दू अनुवादक, उर्दू निदेशालय के अंतर्गत कार्य करते हैं, जो कि मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के अधीन आता है। यह प्रशासनिक कार्यालयों में उर्दू भाषा के प्रयोग में सहायक होते हैं और उर्दू भाषा के प्रचार-प्रसार का काम भी करते हैं। ये कर्मी जिला, अनुमंडल और प्रखंड स्तर पर तैनात किए जाएंगे।
उर्दू अनुवादों के पद होंगे दोगुने
मुख्यमंत्री ने बताया कि साल 2005 से पहले सहायक उर्दू अनुवादकों के केवल 449 पद थे, जो जरूरत के हिसाब से बहुत कम थे। 2018 में 1,204 नए पद स्वीकृत हुए और कुल संख्या 1,653 कर दी गई। अब सरकार ने यह निर्णय लिया है कि सहायक उर्दू अनुवादकों के पदों को दो गुना किया जाएगा, जिससे इनकी संख्या 3,306 हो जाएगी। यह वर्ष 2005 की तुलना में 7 गुना अधिक होगी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जल्द से जल्द इन पदों पर बहाली की प्रक्रिया पूरी की जाए।