Wimbledon 2025 schedule and matches: दुनिया का सबसे मशहूर ग्रैंड स्लैम टेनिस टूर्नामेंट, विंबलडन, सोमवार से शुरू हो रहा है। क्या अल्काराज़ और क्रेजिकोवा अपना खिताब बचा पाएंगे? क्या जोकोविच अपना 25वां ग्रैंड स्लैम जीत पाएंगे? ये देखना दिलचस्प होगा।

Wimbledon 2025 prize money: दुनिया का सबसे पुराना और फेमस ग्रैंड स्लैम टेनिस टूर्नामेंट, विंबलडन, सोमवार से शुरू हो रहा है। लंदन के ऑल इंग्लैंड लॉन टेनिस एंड क्रोकेट क्लब में 13 जुलाई तक ये टूर्नामेंट चलेगा। ऑस्ट्रेलियन ओपन और फ्रेंच ओपन के बाद, विंबलडन साल का तीसरा ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट है। इस बार भी कई दिग्गज और युवा खिलाड़ी खिताब जीतने के लिए मैदान में उतरेंगे। मौजूदा पुरुष सिंगल्स चैंपियन कार्लोस अल्काराज़ और महिला सिंगल्स चैंपियन बारबोरा क्रेजिकोवा अपने खिताब बचाने की कोशिश करेंगे। पिछले दो बार के विंबलडन और फ्रेंच ओपन विजेता, 22 साल के अल्काराज़, पहले राउंड में इटली के फैबियो फोगनिनी से भिड़ेंगे। अपना तीसरा ग्रैंड स्लैम जीतने की उम्मीद लगाए चेक गणराज्य की क्रेजिकोवा, फिलीपींस की एलेक्जेंड्रा ईला के खिलाफ अपना पहला मैच खेलेंगी।

पहला खिताब जीतने की उम्मीद

पुरुष सिंगल्स के नंबर 1 खिलाड़ी, इटली के यानिक सिनर, और महिला सिंगल्स की नंबर 1 खिलाड़ी, आर्यन सबलेंका, अपना पहला विंबलडन खिताब जीतने के इरादे से मैदान में उतरेंगे। बेलारूस की सबलेंका ने 3 ग्रैंड स्लैम जीते हैं, लेकिन वो कभी भी विंबलडन के फाइनल में नहीं पहुंची हैं। हाल ही में ऑस्ट्रेलियन ओपन जीतने वाले सिनर भी कभी विंबलडन के फाइनल में नहीं पहुंचे हैं। 5 ग्रैंड स्लैम की विजेता इगा स्वायटेक और इस साल की फ्रेंच ओपन चैंपियन कोको गॉफ भी अपना पहला विंबलडन खिताब जीतने की उम्मीद कर रही हैं।

क्या जोकोविच जीत पाएंगे अपना 25वां ग्रैंड स्लैम?

पुरुष टेनिस इतिहास में सबसे ज्यादा ग्रैंड स्लैम जीतने वाले खिलाड़ी नोवाक जोकोविच हैं। उन्होंने 24 ग्रैंड स्लैम खिताब जीते हैं - 10 ऑस्ट्रेलियन ओपन, 3 फ्रेंच ओपन, 7 विंबलडन और 4 यूएस ओपन। लेकिन पिछले डेढ़ साल से वो अपना 25वां ग्रैंड स्लैम नहीं जीत पाए हैं। 2023 में यूएस ओपन जीतने के बाद, पिछले 6 ग्रैंड स्लैम में वो चैंपियन नहीं बन पाए हैं। इस बार वो विंबलडन जीतकर 25 ग्रैंड स्लैम जीतने वाले इकलौते टेनिस खिलाड़ी बनना चाहेंगे।

कुल ₹628 करोड़ की इनामी राशि!

इस बार विंबलडन में कुल ₹628 करोड़ की इनामी राशि है। पुरुष और महिला सिंगल्स के विजेता को ₹35 करोड़ और उपविजेता को ₹17.8 करोड़ मिलेंगे। पहले राउंड में हारने वाले खिलाड़ी को भी ₹77 लाख मिलेंगे।

लाइन जज की जगह 450 कैमरे!

1877 में शुरू हुए विंबलडन के 148 साल के इतिहास में पहली बार लाइन जज नहीं होंगे। अब तक लाइन जज ये तय करते थे कि गेंद लाइन के अंदर गिरी है या बाहर। इस साल से इलेक्ट्रॉनिक लाइन कॉलिंग से फैसला लिया जाएगा। इसके लिए विंबलडन के कोर्ट में 450 से ज्यादा कैमरे लगाए गए हैं। 80 पूर्व लाइन जज इस बार मैच असिस्टेंट के तौर पर काम करेंगे।