सार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने Khelo India Youth Games 2025 का उद्घाटन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किया। उन्होंने खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं और बताया कि भारत 2036 के ओलंपिक की मेज़बानी की तैयारी में जुटा है।
Khelo India Youth Games 2025: पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 7वें खेलो इंडिया यूथ गेम्स का उद्घाटन किया। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि यह खेल महाकुंभ भारत की युवा शक्ति के सपनों, परिश्रम और जज़्बे का प्रतीक है। इस बार यह गेम्स बिहार के पटना, राजगीर, गया, भागलपुर और बेगूसराय जैसे शहरों में आयोजित हो रहे हैं, जिसमें 6,000 से ज्यादा युवा खिलाड़ी भाग लेंगे।
खेलों से भारत की ‘सॉफ्ट पावर’ को बढ़ावा
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज खेल भारत की एक नई सांस्कृतिक पहचान बन रहे हैं। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि जैसे-जैसे भारत का खेल संस्कृति मजबूत होगी, वैसे-वैसे भारत की साफ्ट पॉवर दुनिया में और प्रभावशाली बनेगी।
वैभव सूर्यवंशी का IPL प्रदर्शन भी बना प्रेरणा
पीएम मोदी ने बिहार के युवा क्रिकेटर वैभव सूर्यवंशी का ज़िक्र किया, जिन्होंने IPL में शानदार प्रदर्शन कर देशभर का ध्यान खींचा। पीएम ने कहा कि निरंतर प्रतियोगिताओं में भाग लेने से ही खिलाड़ियों का आत्मविश्वास और कौशल दोनों निखरता है।
2036 ओलंपिक भारत में लाने का प्रयास जारी
पीएम मोदी ने कहा कि ओलंपिक की मेज़बानी भारत का वर्षों पुराना सपना है और उनकी सरकार 2036 के Olympic Games भारत में आयोजित करने के लिए संकल्पित है। इसके लिए जमीनी स्तर पर खेल प्रतिभाओं की खोज और उन्हें ट्रेनिंग देने के लिए योजनाएं तेजी से आगे बढ़ रही हैं।
Khelo India और TOPS योजना से बन रहा स्पोर्ट्स इकोसिस्टम
उन्होंने कहा कि Khelo India और Target Olympic Podium Scheme (TOPS) जैसी योजनाओं ने देशभर में खेलों को नई पहचान दी है। बिहार में तीन दर्जन से ज्यादा खेलो इंडिया सेंटर्स काम कर रहे हैं। राजगीर में Khelo India State Centre of Excellence, Bihar Sports University और State Sports Academy जैसी संस्थाएं खेल के विकास में अहम भूमिका निभा रही हैं।
Lawn Bowls से लेकर Pencak Silat तक, हर खेल को सम्मान
प्रधानमंत्री ने कहा कि योगासन, मल्लखंभ, खो-खो, Kalaripayattu, Gatka जैसे पारंपरिक खेलों के साथ-साथ Wushu, Sepak Takraw, Lawn Bowls, Roller Skating जैसे उभरते खेलों में भी भारतीय खिलाड़ियों की भागीदारी बढ़ रही है।
खेलों से जुड़े रोजगार के अवसरों की चर्चा
पीएम मोदी ने कहा कि आज खेलों का दायरा सिर्फ मैदान तक सीमित नहीं है, बल्कि sports analytics, physiotherapy, coaching, e-sports, broadcasting, sports law, management जैसे क्षेत्रों में युवाओं के लिए रोजगार और उद्यमिता के नए द्वार खुल रहे हैं। उन्होंने कहा कि खेल केवल जीत-हार का खेल नहीं, बल्कि teamwork, collaboration और perseverance सिखाते हैं। उन्होंने सभी खिलाड़ियों से आग्रह किया कि वे 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' की भावना को अपने खेल में झलकाएं।
लिट्टी-चोखा और मखाना का स्वाद लेने का आग्रह
पीएम मोदी ने बाहर से आए खिलाड़ियों से अपील की कि वे बिहार की प्रसिद्ध लिट्टी-चोखा और मखाना का स्वाद ज़रूर लें और यहां से यादगार अनुभव लेकर जाएं।