New Catching Rules: क्रिकेट के मैदान पर फिल्डरों द्वारा सीमा रेखा के पास पकड़ा गया कैच हमेशा चर्चा में रहता है। उसी को लेकर अब आईसीसी द्वारा नए नियम बनाए गए हैं। आईए उसके बारे में जानते हैं। 

Fielders New Rules: ICC टी20I विश्व कप 2024 के फाइनल में सूर्यकुमार यादव का बाउंड्री पर लपका गया शानदार कैच शायद ही कोई क्रिकेट प्रेमी भुला पाया होगा। उस कैच ने मैच का रुख मोड़ दिया था और टीम इंडिया ने साऊथ अफ्रीका को हराकर खिताब अपने नाम कर लिया है। ऐसे ही कैच क्रिकेट में कई बार सीमा रेखा के पास पकड़े गए हैं, जो काफी रोमांचक हुए हैं। सूर्यकुमार यादव समेत कुछ कैच इतिहास के पन्नों में हमेशा के लिए सुनहरे अक्षरों में छप गए, तो वहीं कई बार फिल्डरों के मेहनत पर पानी फिर गया। इन्हीं सब चीजों को मद्देनजर रखते हुए मेरिलबोर्न क्रिकेट क्लब (MCC) ने बड़ा बदलाव किया है। अक्टूबर 2026 से एमसीसी इस बदलाव को लागू कर लेगा, जबकि ICC ने अगले महीने से ही नियमों को अपना लेगा।

ICC के पुराने नियमों के अनुसार, पहले फिल्डर सीमा रेखा के करीब खड़े होकर गेंद को हवा में उछाल देते थे। इसके बाद बाउंड्री के अंदर जाकर वापस बाहर आते थे और गेंद को लपक लेते थे। शरीर का कोई भी भाग बाउंड्री पर नहीं लगता था। इस स्थिति में बल्लेबाज को आउट करार दिया जाता था। लेकिन, अब क्षेत्ररक्षक गेंद को बाउंड्री लाइन के बाहर जाने के बाद सिर्फ एक ही बार हवा में उछाल सकता है। इसका मतलब यह हुआ कि बाउंड्री लाइन के बाहर हवा में उछालने के बाद उसको सीधे बाउंड्री लाइन के अंदर जंप करना होगा और कैच लेना होगा, तभी बल्लेबाज को आउट दिया जाएगा।

दो फिल्डरों के कैच पकड़ने पर भी बनाए नए नियम

पहले कोई फिल्डर गेंद को पकड़कर वहां मौजूद साथी फील्डर को बॉल थमा देता था। उसके बाद वो खुद बाउंड्री के बाहर चला जाता था। उसके बाद वो आराम से अंदर आ जाता था। लेकिन अब दूसरे खिलाड़ी के बाउंड्री के अंदर कैच लेने से पहले उस खिलाड़ी को भी मैदान के अंदर आना होगा। इसके बाद ही यह कैच मान्य हो सकता है। सभी को मिलाकर कैच मान्य करने के दोनों खिलाड़ियों को बाउंड्री के अंदर रहना ही होगा।

कहां से शुरु हुआ था बाउंड्री लाइन पर कैच वाला विवाद?

इस नए नियम को लागू करने पर उस समय से जोर दिया जाने लगा, जब बिग बैश लीग में माइकल नेसर के कैच पकड़ने को लेकर विवाद खड़ा हुआ। उस फील्डर ने सीमा रेखा के बाहर जाकर 2 बार कैच पकड़ा था। इसके बाद भी बल्लेबाज को आउट करार दिया गया। इस खिलाड़ी के कैच लेने के बाद ही उठे विवाद को शांत करने के लिए इंटरनेशलन क्रिकेट काउंसिल ने MCC से कैच रूल्स की समीक्षा करने के लिए कहा था। एमसीसी ने कहा कि फिल्डर ने बाउंड्री के अंदर कैच पूरा करने से पहले बनी हॉप किया। इसका मतलब जब कोई खिलाड़ी बाउंड्री के बाहर जाने के बाद हवा में उछलकर गेंद को अंदर फेंकता है और फिर कैच पूरा करता है।