टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर विनोद कांबली की सेहत दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है. हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में विनोद कांबली को खुद खड़े होकर चलने में भी दिक्कत होती दिख रही है. हाल ही में विनोद कांबली और क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर दोनों एक ही मंच पर दिखाई दिए थे, जिसने काफी सुर्खियां बटोरीं. सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली दोनों बचपन के दोस्त हैं और अपने क्रिकेट गुरु रमाकांत आचरेकर की देखरेख में निखरे प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं. इनमें से जहां सचिन तेंदुलकर क्रिकेट की दुनिया के भगवान बन गए, वहीं विनोद कांबली शुरुआती सफलता का सही इस्तेमाल नहीं कर पाए और एक दुखद कहानी बनकर रह गए.
प्रतिभाशाली बाएं हाथ के बल्लेबाज विनोद कांबली ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शानदार शुरुआत की थी. इतना ही नहीं, विनोद कांबली के बनाए ये 5 रिकॉर्ड क्रिकेट के दिग्गज सचिन भी नहीं तोड़ पाए, यह हैरान करने वाला है लेकिन सच है. आखिर कौन से हैं वो रिकॉर्ड, आपके इसी सवाल का जवाब यहां दिया गया है.
1. टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज़ 1000 रन:
विनोद कांबली ने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत धमाकेदार अंदाज में की थी. पहले 7 टेस्ट मैचों में से कांबली ने 4 शतक जड़े. इनमें से दो दोहरे शतक थे. कांबली ने केवल 14 टेस्ट पारियां खेलकर 1000 रन पूरे किए. आज तक सचिन, विराट समेत कोई भी भारतीय क्रिकेटर यह रिकॉर्ड नहीं तोड़ पाया है.
2. दोहरा शतक लगाने वाले सबसे युवा बल्लेबाज कांबली:
बाएं हाथ के बल्लेबाज विनोद कांबली टेस्ट क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाले भारत के सबसे युवा बल्लेबाज होने का अनोखा रिकॉर्ड रखते हैं. कांबली ने 21 साल 32 दिन की उम्र में टेस्ट क्रिकेट में 223 रन बनाए थे. तब वह टेस्ट क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाले दुनिया के तीसरे सबसे युवा बल्लेबाज बन गए थे.
3. सबसे ज़्यादा पारियां खेलने के बाद शून्य रन:
विनोद कांबली का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर की शुरुआत का ट्रैक रिकॉर्ड बेहतरीन था. कांबली ने 59 पारियां खेलने तक एक भी बार शून्य पर आउट नहीं हुए थे. यह रिकॉर्ड भी अचूक है. लेकिन आखिर में शॉर्ट बॉल खेलने में नाकाम रहने के कारण कांबली फॉर्म खो बैठे और प्लेइंग इलेवन से ही बाहर हो गए.
4. लगातार दो दोहरे शतक:
विनोद कांबली भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में लगातार दो मैचों में दो दोहरे शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज हैं. कांबली ने 1993 में जिम्बाब्वे और इंग्लैंड के खिलाफ लगातार दो मैचों में दो दोहरे शतक जड़े थे. इसके बाद विराट कोहली और यशस्वी जयसवाल ने भी यह उपलब्धि हासिल की है. लेकिन सचिन ऐसा नहीं कर पाए.
5. जन्मदिन पर शतक लगाने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज कांबली:
विनोद कांबली अपने जन्मदिन पर ही शतक लगाकर यह उपलब्धि हासिल करने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बने. विनोद कांबली ने 18 जनवरी 1993 को अपने जन्मदिन पर ही यह रिकॉर्ड बनाया था. इसके बाद ही सचिन तेंदुलकर, सनथ जयसूर्या जैसे बल्लेबाजों ने अपने जन्मदिन पर शतक लगाया.