IND vs ENG: इंग्लैंड दौरे पर पहले टेस्ट में ही भारतीय कप्तान शुभमन गिल विवाद में फंस गए हैं। उनके मोजे को लेकर बवाल मच गया है। लोग दंड देने की मांग भी कर रहे हैं। आखिर पूरा मामला क्या है? आईए जानते हैं।
Shubman Gill Black Socks Matter: इंग्लैंड दौरे पर टीम इंडिया के टेस्ट कप्तान शुभमन गिल इस समय काफी ज्यादा चर्चा का विषय बने हुए हैं। हेडिंग्ले टेस्ट के पहले दिन उन्होंने कमाल की बल्लेबाजी करते हुए शतक जड़ा और कई बड़े रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए। इसके साथ ही उन्होंने भारतीय टीम को पहली पारी में एक मजबूत स्कोर तक ले जा रहे हैं। लेकिन, इसी बीच वो एक लफड़े में फंस गए हैं। इस बार उनके विवाद के पीछे कप्तानी, बल्लेबाजी या फिल्डिंग नहीं बल्कि कुछ और है। दरअसल, काले रंग के जुड़ाव को लेकर उन्हें घेरा जा रहा है। गिल ने बल्लेबाजी करते समय ब्लैक कलर का मोजा पहन रखा था। ऐसे में लोग उनके ऊपर ICC नियमों के उल्लंघन का आरोप लगा रहे हैं।
ICC नियमों के मुताबिक, टेस्ट क्रिकेट में खिलाड़ियों को क्रीम, व्हाइट या लाइट ग्रीन कलर के जुड़ाव पहनने की इजाजत है। लेकिन, भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने काले मोजे पहन लिए और बल्लेबाजी करने मैदान में आ गए। इसका जिक्र इंग्लिश स्पोर्ट्स चैनल स्काई स्पोर्ट्स पर भी किया गया। तब से वो लगातार निशाने पर बने हुए हैं। लगातार गिल पर सवाल उठाए जा रहे हैं, कि आखिर वह नियमों का उल्लंघन कैसे कर सकते हैं? चलिए इसी बीच हम आपको इससे जुड़े रूल्स भी बता देते हैं।
जुड़ाव को लेकर ICC ने क्या बनाए हैं नियम?
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल के ड्रेसेज और उपकरणों से जुड़े नियमों के क्लॉज 19.45 के अनुसार, टेस्ट क्रिकेट में हर खिलाड़ियों के जुड़ावों का कलर व्हाइट, लाइट ग्रीन या क्रीम होना चाहिए। लेकिन गिल ने इस नियम का पालन न करते हुए काले मोजे पहन लिए। इसके पीछे की सजा की बात करें, तो यह लेवल 1 का अपराध माना जाएगा। इसके तहत उनके ऊपर मैच फीस का 10 से 20 प्रतिशत तक जुर्माना लगाया जा सकता है। इसके अलावा 1 डिमेरीट अंक भी दिया जा सकता है।
किसके पास है गिल को सजा देने का अधिकार?
नियम के तहत शुभमन गिल को सजा देने का अधिकार मैच रेफरी के पास है। रेफरी ही यह निर्णय लेंगे, कि इस खिलाड़ी को नियम का उल्लंघन करने के चलते कैसी सजा दी जाए। पहले वह तय करेंगे कि यह जानबूझकर किया गया है या फिर लेवल 1 का अपराध था या नहीं था। इसके बाद यदि गिल दोषी बने, तो उनके मैच फीस से 10 से 20 प्रतिशत काट लिया जाएगा। यदि उन्होंने जानबूझकर ऐसा नहीं किया है (यदि उनके जुड़ाव गीले या उपयोग करने लायक नहीं था) तो उसके लिए माफी भी मिल सकती है।