IPL में धोनी की बैटिंग पोजीशन को लेकर रैना और चोपड़ा के बीच गर्मागर्म बहस हुई। रैना ने धोनी का बचाव किया, जबकि चोपड़ा ने सवाल उठाए। क्या धोनी का खेलना CSK के लिए बोझ बन रहा है?

चेन्नई: IPL में चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान एम एस धोनी की फिटनेस और बैटिंग फॉर्म को लेकर पूर्व खिलाड़ी सुरेश रैना और आकाश चोपड़ा के बीच ज़बरदस्त बहस हुई। सुरेश रैना और आर पी सिंह धोनी के पक्ष में थे, जबकि आकाश चोपड़ा और संजय बांगड़ का मानना ​​था कि धोनी का खेलना चेन्नई के लिए बोझ बन सकता है। यह बहस एक टीवी शो में हुई।

रैना ने कहा कि धोनी बैटिंग ऑर्डर में ऊपर नहीं आते क्योंकि वो दूसरे खिलाड़ियों को मौका देना चाहते हैं। धोनी अभी भी पूरी तरह फिट हैं और टीम के लिए सबसे ज़्यादा छक्के लगाने वाले खिलाड़ी हैं। इस पर चोपड़ा ने सवाल किया कि अगर ऐसा है तो धोनी बैटिंग ऑर्डर में ऊपर क्यों नहीं आते? अगर वो अनकैप्ड भारतीय खिलाड़ी नहीं होते, तो क्या उन्हें चेन्नई टीम में जगह मिलती?

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रैना ने कहा कि धोनी ने पिछले 18 सालों से IPL में खेलकर चेन्नई टीम को बनाया है। चोपड़ा ने पूछा कि अगर वो इतने बड़े खिलाड़ी हैं तो फिर सातवें, आठवें या नौवें नंबर पर बैटिंग क्यों करते हैं? क्या उनकी फिटनेस में कोई कमी है?

रैना ने कहा कि धोनी को आखिरी के चार ओवरों में बैटिंग करना पसंद है। 44 साल की उम्र में भी 20 ओवर विकेटकीपिंग करना उनकी फिटनेस का सबूत है। रैना ने आगे कहा कि धोनी इसलिए नीचे बैटिंग करते हैं ताकि शिवम दुबे जैसे युवा खिलाड़ियों को मौका मिले, जो T20 वर्ल्ड कप टीम में जगह बनाना चाहते हैं।

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आर पी सिंह ने कहा कि धोनी ने घुटने की सर्जरी के बावजूद 20 सालों से विकेटकीपिंग की है, जो काबिले तारीफ है। बांगड़ ने सवाल किया कि अगले IPL में धोनी 44 साल के हो जाएँगे, क्या तब भी उनकी आँख और हाथों का तालमेल सही रहेगा? क्या वो इतने कॉम्पिटिटिव लीग में खेल पाएँगे?