IND vs ENG Test: भारतीय टीम का इंग्लैंड दौरा 20 जून से शुरू हो रहा है। पहला मुकाबला लीड्स में खेला जाएगा। इस मैदान पर 23 साल पहले टीम इंडिया को जीत मिली है। ऐसे में बहुत बड़ी चुनौती होने वाली है।
Eng vs Ind Test 2025: टीम इंडिया के इंग्लैंड दौरे की शुरुआत 20 जून से होने जा रही है। पहला मुकाबला लीड्स में खेला जाएगा, जहां भारत की रिकॉर्ड कुछ खास नहीं रहा है। अब तक टीम ने इस मैदान पर अपने फैंस को काफी निराश किया है। साल 2002 में वो आखिरी मौका था, जब भारतीय टीम इस क्रिकेट ग्राउंड पर टेस्ट मैच अपने नाम किया था। पिछली बार साल 2021 से भारत ने यहां मुकाबला खेला था और उसमें 76 रनों से हार का स्वाद चखना पड़ा था। हालाकि, इस बार कुछ अलग होने वाला है, जो भारतीय टीम के पक्ष में जा सकता है। पिच क्यूरेटर के मुताबिक इस बार हेडिंग्ले की सतह कुछ अलग होने वाली है। यहां गर्मी काफी ज्यादा है ऐसे में बल्लेबाजों की बल्ले-बल्ले होने की संभावना है।
हेडिंग्ले के पिच को लेकर इस बार बात करें, तो वहां के पिच क्यूरेटर रॉबिंसन ने जानकारी दी है कि लीड्स में काफी ज्यादा हाई टेंप्रेचर है। ऐसे में इसका प्रभाव सतह के ऊपर पड़ने वाला है। रेवस्पोर्ट्स से इंटव्यू के दौरान रॉबिंसन ने कहा कि "मुकाबले के दौरान काफी ज्यादा गर्मी रहने वाली है इसलिए हम सतह पर ज्यादा नमी रखेंगे। बाद में देखेंगे कि इंग्लैंड की टीम क्या करती है। मेरे हिसाब से यदि फर्स्ट इनिंग में 300 से अधिक स्कोर बोर्ड पर लगा, तो टीम के लिए काफी राहत होगी। पहली पारी का औसत स्कोर इस मैदान का कुछ ऐसा ही रहा है। हालांकि, जैसे-जैसे दिन ढलेगी वैसे-वैसे बल्लेबाजों के लिए पिच मददगार हो सकती है। यहां 27 से 28 डिग्री तापमान होगा, जिसका मतलब है कि बाद में सतह सपाट हो जाएगी।"
सेना कंट्री में भारतीय बल्लेबाजों को होती है परेशानी
जिस तरह से पिच क्यूरेटर ने सतह को लेकर बताया, उससे यह पता चलता है कि यदि पिच फ्लैट हुई तो ये भारतीय टीम के बल्लेबाजों के लिए राहत वाली खबर है। इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिय और साउथ अफ्रीका जैसी पिचों पर टीम इंडिया की बल्लेबाजी अक्सर चुनौती भरी होती है। लेकिन, यदि लीड्स में सतह ऐसी रही तो यह भारत के बल्लेबाजों को काफी मदद करेगा और बड़ा स्कोर बनाने में वो कामयाब हो सकते हैं।
23 साल बाद टीम इंडिया के पास इतिहास रचने का मौका
किसी भी दौरे पर पहला मुकाबला बेहद अहम होता है। ऐसे में टीम इंडिया लीड्स में जीत के साथ सीरीज की शुरुआत करना चाहेगी। ऊपर से टीम में विराट और रोहित जैसे खिलाड़ी नहीं हैं। इसके बावजूद यदि भारतीय टीम को जीत मिली, तो उनका मनोबल काफी हाई हो जाएगा। साथ ही भारत 1-0 से आगे भी निकल जाएगा। आखिरी बार साल 2002 यानी 23 साल पहले यहां जीत मिली है। सौरव गांगुली की कप्तानी में टीम इंडिया ने यह कारनामा किया था। यहां 7 मैचों में भारत को 2 में जीत, 4 में हार और 1 ड्रॉ हुआ है।