Rohit Sharma dropped from Sydney test: सिडनी टेस्ट से रोहित शर्मा के बाहर होने के चलते भारतीय क्रिकेट जगत में भूचाल आ गया है। बिना किसी चोट के कारण टीम इंडिया के प्लेइंग इलेवन में कप्तान रोहित के शामिल नहीं होने पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 में रोहित के खराब प्रदर्शन के कारण लगातार उनके ऊपर सवाल उठ रहे थे। बल्लेबाजी के साथ-साथ उनकी कप्तानी को लेकर भी लोग प्रश्न पूछ रहे थे। अचानक से पांचवें टेस्ट से आउट होने को लेकर रोहित के टेस्ट करियर पर अब सस्पेंस लग रहा है। फैंस के मन में शर्मा जी का टेस्ट करियर खत्म होने का ख्याल चलने लगा है।

दरअसल, 2 जनवरी गुरुवार को ही खबर सामने आ गई थी, कि रोहित शर्मा सिडनी टेस्ट में खेलते हुए नहीं दिखेंगे। रोहित शर्मा ने खुद अंतिम टेस्ट में रेस्ट करने का निर्णय किया है। लेकिन, लोग इस बात से इनकार कर रहे हैं और उनका मानना है, कि उन्हें प्लेइंग 11 से जानबूझकर ड्रॉप किया गया है। भारतीय कप्तान के नहीं खेलने के चलते लोग अब उनके टेस्ट करियर का अंत के चर्चे करने शुरू कर दिए हैं। ऐसा माना जा रहा है, कि रेड बॉल क्रिकेट में T20 वर्ल्ड कप विजेता कप्तान रोहित नहीं दिखेंगे। हालांकि, इसे लेकर अभी तक कोई स्पष्टता जारी नहीं की गई है। टेस्ट संन्यास लेने का फैसला रोहित शर्मा के हाथों में ही है।

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मेलबर्न हो सकता है रोहित का आखिरी टेस्ट मैच

टीम इंडिया को सिडनी टेस्ट में यदि हार या ड्रॉ का सामना करना पड़ता है, तो भारत WTC 2025 फाइनल से लगभग बाहर हो जाएगा। आखिरी टेस्ट के बाद भारत को लंबे समय तक टेस्ट श्रृंखला नहीं खेलना है। किस देखकर अब ऐसा लग रहा है कि रोहित शर्मा का टेस्ट करियर अब खतरे में है। शायद ही अब रोहित व्हाइट रंग के ड्रेस में मैदान पर खेलते हुए नजर आएंगे। रोहित के चाहने वालों के लिए यह बहुत ही सैड मोमेंट होने वाला है। भारतीय कप्तान इस समय जिस फॉर्म से गुजर रहे हैं, उसे देखकर ऐसा ही नजर आ रहा है। लंबे समय से उनके बल्ले से कोई बड़ी पारी नहीं निकली है, जो उनके टेस्ट करियर के अंत का एक बहुत बड़ा उदाहरण है।

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अब तक दौरे पर पूरी तरह फ्लॉप रहे रोहित शर्मा

ऑस्ट्रेलिया दौरे पर अब तक रोहित शर्मा ने एक अर्धशतक भी नहीं लगाया है। पर्थ टेस्ट में उपलब्ध नहीं होने के बाद रोहित ने एडिलेड, ब्रिस्बेन और मेलबर्न में बल्ले से कुछ खास योगदान नहीं दिया। वो तीन टेस्ट मैचों में 31 रन ही बना पाए। बल्ले से रन नहीं आने के चलते उनकी कप्तानी पर भी प्रभाव देखने को मिला। रोहित को फील्ड पर कप्तानी में कुछ गलत निर्णय लेते हुए भी देखा गया। उनके इस तरह के प्रदर्शन को देखते हुए वैसा लग रहा है, कि मैनेजमेंट ने उनके ऊपर भरोसा करना बंद कर दिया है। अब बस रोहित के टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने का इंतजार है।

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