Eng vs Ind Test: टीम इंडिया का इंग्लैंड दौरा 20 जून से शुरू होने जा रहा है। भारतीय टीम इस बार यंग टैलेंट से भरी हुई है। 18 सालों बाद इतिहास दोहराने का मौका है।
ENG vs IND Test 2025: आईपीएल 2025 खत्म होने के बाद अब टीम इंडिया के सभी क्रिकेट फैंस की नजरें इंग्लैंड दौरे पर होने वाली 5 मैचों की टेस्ट सीरीज पर हैं। शुभमन गिल की अगुवाई वाली भारतीय टीम 18 साल पुरानी इतिहास की दोहराना चाहेगी। आखिरी बार भारत ने इंग्लैंड में साल 2007 में टेस्ट सीरीज अपने नाम किया था, उस समय टीम की कमान राहुल द्रविड़ के हाथों में था। उसके बाद आज तक भारतीय दल ने अंग्रेजों को उनके घर में जाकर हराया नहीं है। इस बार टीम के अंदर विराट कोहली, रोहित शर्मा और रवीचंद्रन अश्विन जैसे दिग्गज नहीं होंगे। पूरी टीम यंग टैलेंट से भरी हुई है। दौरे पर सभी युवाओं की कठिन परीक्षा होने वाली है।
विराट और रोहित के रिटायरमेंट के बाद भारतीय टेस्ट टीम की पूरी किताब बदल गई है। टीम में एक या दो को छोड़कर बाकी सब युवा खिलाड़ी मौजूद हैं। सभी के मन में यह सवाल चल रहे हैं, कि क्या इस युवा बिग्रेड से अंग्रेजों के दांत खट्टे किए जा सकते हैं? इसी पर गौतम गंभीर के करीबी दोस्त ने बड़ी बात कही है। भारतीय हेड कोच के पूर्व साथी ने जीत के लिए कुछ मूल मंत्र दिए हैं। उन्होंने एक ऐसे बॉलर को टीम में रखा है, जो इंग्लैंड की धरती पर गर्दा उड़ा सकते हैं।
दो तेज गेंदबाजों की जोड़ी इंग्लैंड के लिए बनेगा काल
दरअसल, भारतीय टीम के पूर्व गेंदबाजी कोच अरुण भरत ने एक इंटरव्यू के दौरान टेस्ट मैच में 5 गेंदबाजों को प्लेइंग 11 में रखने के लिए कहा है। उनके मुताबिक इंग्लिश कंडीशन में 5 गेंदबाजों को मौका देना सही साबित हो सकता है। वहां की पिच पर तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज की जोड़ी कहर बरपा सकती है। कुलदीप यादव भी इस दौरे पर बड़े गेम चेंजर साबित हो सकते हैं। उनके अनोखे एक्शन को पढ़ना इंग्लिश बल्लेबाजों के लिए आसान नहीं होगा।
इस युवा तेज गेंदबाज को मिलेगा डेब्यू करने का मौका
इसके अलावा भरत अरुण का मानना है, कि इंग्लैंड की सरजमीं पर युवा गेंदबाज अर्शदीप सिंह घातक साबित हो सकते हैं। बुमराह और सिराज के साथ बतौर तीसरे तेज गेंदबाज के रूप में इस युवा खिलाड़ी को प्लेइंग 11 में शामिल किया जाना चाहिए। इंग्लिश बल्लेबाजों के लिए वो सिरदर्द बन सकते हैं। अर्शदीप के हाथों में कला है और वो गेंद को दोनों तरफ स्विंग कर सकते हैं। इस स्थिति में इंग्लैंड के बल्लेबाजों की इन्हें खेलना आसान नहीं होगा। उन्हें रेड बॉल फॉर्मेट में डेब्यू का मौका मिला नहीं है। व्हाइट बॉल क्रिकेट में वो अपनी छाप छोड़ चुके थे।