Anderson Tendulkar Trophy 2025: भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज़ अब 'एंडरसन-तेंडुलकर ट्रॉफी' के नाम से जानी जाएगी। सचिन तेंडुलकर और जेम्स एंडरसन की उपलब्धियों को सम्मानित करने के लिए यह फैसला लिया गया है। यह सीरीज़ 20 जून से शुरू होगी।
India vs England Test series new name: क्रिकेट जगत के दो दिग्गज, भारत के सचिन तेंडुलकर और इंग्लैंड के जेम्स एंडरसन, की उपलब्धियों को देखते हुए भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज़ को अब 'एंडरसन-तेंडुलकर ट्रॉफी' कहा जाएगा। इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने संयुक्त रूप से इसकी घोषणा की है। 20 जून से इंग्लैंड में शुरू होने वाली 5 मैचों की टेस्ट सीरीज़ से पहले यह महत्वपूर्ण घोषणा की गई है। 11 जून को लॉर्ड्स में होने वाले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल के दौरान इस नई ट्रॉफी का अनावरण किया जाएगा। उम्मीद है कि इस मौके पर सचिन तेंडुलकर और जेम्स एंडरसन दोनों मौजूद रहेंगे।
क्रिकेट दिग्गजों को सम्मान (James Anderson Sachin Tendulkar Test Trophy)
क्रिकेट इतिहास के महानतम बल्लेबाजों में से एक, सचिन तेंडुलकर ने 200 टेस्ट मैचों में 15,921 रन बनाए हैं और 51 शतक लगाए हैं। इंग्लैंड के बेहतरीन तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने 188 टेस्ट मैचों में 704 विकेट लिए हैं और टेस्ट क्रिकेट इतिहास में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज हैं। क्रिकेट में इन दोनों के अतुलनीय योगदान को सम्मानित करने के लिए ही इस टेस्ट सीरीज़ का नाम उनके नाम पर रखा गया है।
ट्रॉफी के नाम में बदलाव (Anderson Tendulkar Trophy significance)
पहले भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज़ को इंग्लैंड में 'पटौदी ट्रॉफी' और भारत में 'एंथनी डी मेलो ट्रॉफी' के नाम से जाना जाता था। अब दोनों देशों में यह सीरीज़ एक ही नाम से खेली जाएगी। भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाली टेस्ट सीरीज़ की तरह, जिसे 'बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी' कहा जाता है, 'एंडरसन-तेंडुलकर ट्रॉफी' भी क्रिकेट इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान रखेगी।
टेस्ट सीरीज कार्यक्रम 2025 (India England 5-match Test schedule 2025)
- पहला टेस्ट: 20-24 जून, हेडिंग्ले, लीड्स
- दूसरा टेस्ट: 2-6 जुलाई, एजबेस्टन, बर्मिंघम
- तीसरा टेस्ट: 10-14 जुलाई, लॉर्ड्स, लंदन
- चौथा टेस्ट: 23-27 जुलाई, ओल्ड ट्रैफर्ड, मैनचेस्टर
- पांचवां टेस्ट: 31 जुलाई-4 अगस्त, द ओवल, लंदन
नए नाम से शुरू होने वाली यह टेस्ट सीरीज़ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के नए चक्र का हिस्सा होगी।