2021 में लॉस एंजेलिस में होने वाली 93वें ऑस्कर अवार्ड (oscar awards 2021) के लिए भारत की ओर से मलयालम फिल्म जल्लीकट्‌टू (malyalam film jallikattu) को आधिकारिक एंट्री घोषित किया गया है। फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया की 14 सदस्यों की एक कमेटी ने डायरेक्टर लिजो जोस पेलीसरी की इस फिल्म को चुना है। जल्लीकट्‌टू बेस्ट इंटरनेशनल फीचर फिल्म फॉरेन लैंग्वेज कैटेगरी में भारत का प्रतिनिधित्व करेगी। भारत की ओर से ऑस्कर में जाने के लिए जल्लीकट्टू के अलावा कई और फिल्में भी रेस में थीं। जलीकट्टू को 27 फिल्मों में से चुना गया है। 

मुंबई. अगले साल 25 अप्रैल 2021 को लॉस एंजेलिस में होने वाली 93वें ऑस्कर अवार्ड (oscar awards 2021) के लिए भारत की ओर से मलयालम फिल्म जल्लीकट्‌टू (malyalam film jallikattu) को आधिकारिक एंट्री घोषित किया गया है। फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया की 14 सदस्यों की एक कमेटी ने डायरेक्टर लिजो जोस पेलीसरी की इस फिल्म को चुना है। जल्लीकट्‌टू बेस्ट इंटरनेशनल फीचर फिल्म फॉरेन लैंग्वेज कैटेगरी में भारत का प्रतिनिधित्व करेगी। भारत की ओर से ऑस्कर में जाने के लिए जल्लीकट्टू के अलावा कई और फिल्में भी रेस में थीं। जलीकट्टू को 27 फिल्मों में से चुना गया है। 


फेडरेशन के जूरी बोर्ड चेयरमैन राहुल रवैल ने घोषणा करते हुए कहा कि यह एक ऐसी फिल्म है जो वास्तव में उन समस्याओं को सामने लाती है जो इंसानों में हैं। पेलीसरी बहुत बेहतरीन डायरेक्टर हैं, जिन्हें अंगमाली डायरीज, इआ, मा याऊ के लिए जाना जाता है। उनकी फिल्म जल्लीकट्‌टू ऐसी फिल्म है जिस पर देश को गर्व होना चाहिए।

Jallikattu movie review: An astonishingly horrifying thriller
ऑस्कर में भेजने के लिए हिंदी, उड़िया, मराठी और अन्य भाषाओं की कुल 27 फिल्मों के बीच मुकाबला था। इनमें मेघना गुलजार की छपाक, शूजित सरकार की गुलाबो सिताबो, सफदर रहना की चिप्पा, हंसल मेहता की छलांग, चैतन्य ताम्हणे की द डिसाइपल, विधु विनोद चोपड़ा की शिकारा, अनंत महादेवन की बिटरस्वीट, रोहेना गगेरा की इज लव इनफ सर, गीतू मोहनदास की मूथॉन, नीला माधब पांडा की कलिरा अतिता, अनविता दत्त की बुलबुल, हार्दिक मेहता की कामयाब और सत्यांशु-देवांशु की चिंटू का बर्थडे भी शामिल थी।


कुछ ऐसी है फिल्म की कहानी
फिल्म में वार्के और एंटनी नाम के शख्स एक कसाईखाना चलाते हैं। जहां भैंसों को मारकर उन्हें बेचा जाता है। एक दिन एक भैंस कसाईखाने में से भाग जाती है और पूरे गांव में आतंक मचा देती हैं। उसे कंट्रोल करने के लिए पुलिस को बुलाया जाता है। पूरा गांव उसे पकड़ने में जुट जाता है। लेकिन भैंस किसी के काबू में नहीं आती है। फिल्म में भैंस को अलग-अलग तरह से काबू में करने की कोशिश दिखाई गई है साथ है भैंस खुद को भीड़ से कैसे बचाती है ये दिखाया गया है। बता दें कि, जोया अख्तर की गली ब्वॉय को 2020 के लिए हुए 92वें एकेडमी अवॉर्ड्स के लिए आधिकारिक तौर पर चुना गया था।