सार
Operation Sindoor: सोमवार को पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भारतीय सेना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने रामचरित मानस की एक चौपाई भी सुनाई।
army press conference: सोमवार को लगातार दूसरे दिन भारतीय सेना ने पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी मीडियाकर्मी को दी। प्रेस कॉन्फ्रेंस में आर्मी से DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, नेवी से वाइस एडमिरल एएन प्रमोद और एयरफोर्स से एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी साझा की। कॉन्फ्रेंस के दौरान एक पत्रकार के सवाल पर एयर मार्शल भारती ने रामचरित मानस की एक चौपाई भी सुनाई। वर्तमान परिदृश्य में ये चौपाई बहुत बहुत खास बन पड़ी है। जानें ये एयर मार्शल ने क्यों सुनाई ये चौपाई…
एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने कौन-सी चौपाई सुनाई?
पत्रकार ने एयर मार्शल भारती से सवाल पूछा ‘राष्ट्रकवि रामधारी की कविता है, याचना नहीं अब रण होगा, ये प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले दिखाई गई। ये किस तरह का संदेश है। तुर्किये के ड्रोन गिराए गए, क्या कहेंगे?
एयर मार्शल भारती ने जवाब दिया ‘ मेरे साथी ने बताया कि तुर्किये के ड्रोन थे। दिनकर की कविता से शुरू इस प्रेस कॉन्प्रेस पर रामचरित मानस की एक चौपाई याद दिलाऊंगा।
विनय ना माने जलधि जड़, गए तीन दिन बीत
बोले राम सकोप तक भय बिन होय ना प्रीत।’
समझदार के लिए इशारा काफी है। ड्रोन कहीं के भी हों, हमने दिखा दिया कि किसी भी तरह की टेक्नोलॉजी का सामना करने के लिए हम तैयार हैं।’
रामचरित मानस में कहां से ली गई हैं ये चौपाई?
एयर मार्शल भारती द्वारा बोली गई चौपाई रामचरित मानस के सुंदरकांड में मिलती है। भगवान श्रीराम को सेना सहित लंका जाना था लेकिन रास्ते में विशाल समुद्र था। भगवान श्रीराम ने 3 दिन तक समुद्र से रास्ता देने के लिए आग्रह किया। इस पर भी जब समुद्र नहीं माना तो श्रीराम अत्यंत क्रोधित हो गए और बोले-
विनय न मानत जलधि जड़, गए तीनि दिन बीति।
बोले राम सकोप तब, भय बिनु होइ न प्रीति।।
अर्थ- ये समुद्र जो जड़ (बुद्धिहीन) है, विनम्रता से नहीं माना। तीन दिन बीतने पर भी इसने मार्ग नहीं दिया। सच ही है कि बिना भय के कोई भी काम पूरा नहीं होता।
एयर मार्शल ने क्यों सुनाई ये चौपाई?
एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने प्रेस कॉन्फ्रेस में ये चौपाई सुनाकर पाकिस्तान को सीधे चेतावनी दी है। क्योंकि बार-बार समझाने पर भी पाकिस्तानी सेना सीजफायर का उल्लंघन कर रही है। अगर यही स्थिति रही तो जल्दी ही पाकिस्तान को इसका बुरा परिणाम भुगतना पड़ सकता है। ये चौपाई इसलिए भी खास है क्योंकि पूरी रामचरित मानस में कुछ ही स्थानों पर श्रीराम को क्रोध आया है। ये प्रसंग भी उन्हीं में से एक है।