Moryayi Chhath 2025 Date: हिंदू धर्म में भगवान सूर्य को प्रत्यक्ष देवता माना गया है। पंचदेवों में भी सूर्यदेव की पूजा की जाती है। भाद्रपद मास में मोरयाई छठ का पर्व मनाया जाता है, इसमें भी सूर्यदेव की पूजा का विधान है।

Moryayi Chhath Upay: धर्म ग्रंथों के अनुसार, भाद्रपद मास शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मोरयाई छठ का पर्व मनाया जाता है। इसे मोर छठ या कुछ स्थानों पर सूर्य षष्ठी व्रत भी कहते हैं। इस बार यह व्रत 29 अगस्त, शुक्रवार को है। इस पर्व में सूर्यदेव की पूजा विशेष रूप से की जाती है। भविष्योत्तर पुराण के अनुसार, इस दिन गंगा स्नान का भी खास महत्व है। जो लोग इस दिन व्रत करते हैं, वे नमक रहित भोजन करते हैं। जानें इस दिन कैसे करें सूर्यदेव की पूजा…

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मोरयाई छठ 2025 के शुभ मुहूर्त

सुबह 06:12 से 07:45 तक
सुबह 07:45 से 09:19 तक
दोपहर 12:02 से 12:52 तक (अभिजीत मुहूर्त)
दोपहर 12:27 से 02:01 तक
शाम 05:09 से 06:43 तक

मोरयाई छठ पर कैसे करें सूर्यदेव की पूजा?

- मोरयाई छठ पर शुभ मुहूर्त में भगवान सूर्यदेव की तस्वीर या प्रतिमा एक साफ स्थान पर स्थापित कर पहले शुद्ध जल से अभिषेक करें। इसके बाद कुमकुम से तिलक करें और फूलों की माला पहनाएं।
- इसके बाद शुद्ध घी का दीपक जलाएं और अबीर, गुलाल, रोली, चावल, जनेऊ, मौली आदि चीजें एक-एक करके सूर्यदेव को चढ़ाएं। सूर्यदेव को लाल रंग के वस्त्र भी अर्पित करना चाहिए।
- पूजा करते समय सूर्य के वरूण रूप का ध्यान करते हुए ऊं रवये नम: मंत्र का जाप करें। इसके बाद सूर्यदेव को लाल फल जैसे सेवफल या गुड़ से बनी चीजों का भोग इच्छा अनुसार लगाएं।
- इस दिन सूर्य से संबंधित चीजें जैसे तांबे के बर्तन, लाल कपड़े, गेहूं, गुड़, लाल चंदन का दान करें। इस दिन सूर्यदेव की पूजा के बाद एक समय फलाहार करें, लेकिन बिना नमक का।

मोरयाई छठ के उपाय

1. जिन लोगों पर सूर्यदेव का अशुभ प्रभाव है वे किसी ज्योतिषी से पूछकर माणिक रत्न पहनें। इससे इनकी परेशानी कुछ कम हो सकती है।
2. मोरयाई छठ पर लाल चंदन की माला से ऊं घृणि सूर्याय नम: मंत्र का जाप करें। कम से कम 5 माला का जाप अवश्य करें। इससे आपकी हर कामना पूरी होगी।
3. किसी हनुमान मंदिर में लाल झंडा दान करें। अगर ऐसा न कर पाएं तो किसी ब्राह्मण को लाल वस्त्रों का दान करें।
4. सूर्य से संबंधित चीजों का दान करें जैसे- गेहूं, गुड़ से बनी चीजें आदि।
5. सूर्यदेव को जल चढ़ाएं और सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना करें।


Disclaimer
इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो धर्म ग्रंथों, विद्वानों और ज्योतिषियों से ली गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।