Hindu wedding Tradition: हिंदू विवाह में कुछ बातों का विशेष ध्यान रखा जाता है जैसे कि दूल्हा-दुल्हन के साथ हमेशा कोई न कोई जरूर रहता है। दूल्हा-दुल्हन जब भी कहीं जाते हैं तो उन्हें अकेला नहीं छोड़ा जाता। इसके पीछे भी खास वजह है।
Dula-Dulhan Ko Kyo Nahi Chodte Akela: हिंदू धर्म में प्रमुख 16 संस्कार बताए गए हैं, विवाह भी इनमें से एक है। 16 संस्कारों में से विवाह संस्कार को सबसे श्रेष्ठ बताया गया है क्योंकि इसी से व्यक्ति को पितृ ऋण से मुक्ति मिलती है। हिंदू धर्म में विवाह के दौरान अनेक परंपराओं का पालन किया जाता है। इन परंपराओं के पीछे कोई न कोई कारण जरूर छिपा होता है। वहीं विवाह से जुड़ी अनेक मान्यताएं भी प्रचलित हैं। ऐसी ही एक मान्यता है कि दूल्हा-दुल्हन को अकेला नहीं छोड़ना चाहिए। जानें क्या है इस मान्यता के पीछे छिपा कारण…
इसलिए अकेला नहीं छोड़ते दूल्हा-दुल्हन को
जब भी किसी लड़के या लड़की का विवाह होता है, उन्हें हल्दी और मेहंदी भी लगाई जाती है। ये चीजें नकारात्मक एनर्जी यानी भूत-प्रेत को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। निगेटिव चीजें तब वर-वधू पर हावी होने की कोशिश करती हैं, जब वे अकेले होते हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए विवाह के दौरान वर और वधू को अकेले नहीं छोड़ा जाता।
दूल्हा-दुल्हन अपने साथ कटार या चाकू क्यों रखते हैं?
जैसे ही विवाह की रस्में शुरू होती है वैसे ही दूल्हा और दुल्हन को छोटी कटार या चाकू साथ रखने को कहा जाता है। ये कटार या चाकू विवाह के दौरान पूरे समय इनके पास ही रहता है। इसके पीछे भी एक खास वजह है वो ये है कि यदि किसी कारण दूल्हा-दुल्हन के साथ कोई न हो तो ये चीजें ऊपकी हवा से इनकी सुरक्षा कर सके। क्योंकि ऐसा माना जाता है धार वाली चीजें पास रखने से भूत-प्रेत का भय नहीं रहता।
एक कारण ये भी
दूल्हा-दुल्हन को अकेला न छोड़ने के पीछे एक और कारण भी है। जब भी कोई लड़का-लड़की की विवाह की रस्में शुरू हो जाती हैं तो वे आम लोगों से अलग हो जाते हैं। उनके साथ किसी तरह की कोई अनहोनी घटना न हो, वे हमेशा किसी की नजर में रहें। इन बातों का ध्यान रखते हुए भी दूल्हा-दुल्हन को अकेला नहीं छोड़ा जाता।
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