Guru Na Ho To Guru Purnima Par Kiski Puja Kare: हर साल आषाढ़ मास की पूर्णिमा पर गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 10 जुलाई, गुरुवार को मनाया जाएगा। इस दिन लोग अपने-अपने गुरुओं की पूजा करते हैं। ये गुरु आध्यात्मिक भी हो सकते हैं और धार्मिक भी। इनके अलावा जिन्हें आप गुरु के समान आदर देते हैं, उनका सम्मान भी इस दिन किया जा सकता है। लोगों के मन में ये जिज्ञासा जरूर होती है कि अगर किसी का कोई गुरु न हो तो वह किसकी पूजा करे? इसके लिए भी हमारे विद्वानों ने उपाय बताया है। आगे जानिए गुरु न हो तो गुरु पूर्णिमा पर किसकी पूजा करें…
महर्षि वेदव्यास की पूजा करें
गुरु पूर्णिमा का पर्व महर्षि वेदव्यास के जन्मदिन के रूप में ही हर साल मनाया जाता है। महर्षि वेदव्यास का नाम कृष्णद्वैपायन व्यास था। वेदों को विभाजित करने की वजह से उनका नाम वेदव्यास हो गया। इन्हें भगवान विष्णु के 24 अवतारों में से एक माना जाता है। महर्षि वेदव्यास ने ही महभारत आदि कईं प्रमुख ग्रंथों की रचना की। गुरु पूर्णिमा के मौके पर आप महर्षि वेदव्यास को ही गुरु मानकर पूजा कर सकते हैं। इससे आपको गुरु पूर्णिमा पूजा का पूरा फल मिलेगा।
देवगुरु बृहस्पति की पूजा करें
धर्म ग्रंथों के अनुसार, बृहस्पति देवताओं के गुरु हैं। गुरु ग्रह इन्हीं का प्रतीक है। गुरु पूर्णिमा के मौके पर इनकी पूजा भी कर सकते हैं। देवगुरु बृहस्पति की पूजा पीले फूल, पीले वस्त्रों की करने की परंपरा है। आपके आस-पास यदि कोई नवग्रह मंदिर हो तो वहां आपको देवगुरु बृहस्पति की प्रतिमा भी मिल जाएगी या शिवलिंग के रूप में भी देवगुरु बृहस्पति की पूजा की जा सकती है।
हनुमानजी की पूजा करें
गुरु पूर्णिमा पर आप हनुमानजी को भी अपना गुरु मानकर पूजा कर सकते हैं। हनुमान अमर हैं और आज भी पृथ्वी पर किसी गुप्त स्थान पर रहकर तपस्या कर रहे हैं। इन्हें कलयुग का जीवंत देवता कहा जाता है। गुरु पूर्णिमा पर आप हनुमानजी को वस्त्र, मिठाई आदि चीजें चढ़ाएं और गुरु मानकर विधि-विधान से इनकी पूजा करें। इससे भी आपको गुरु पूर्णिमा पूजा का पूरा फल मिलेगा।
Disclaimer
इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो धर्म ग्रंथों, विद्वानों और ज्योतिषियों से ली गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।