सार
Gupt Navratri Totke: हर साल माघ मास में गुप्त नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 30 जनवरी से शुरू हो चुका है जो 6 फरवरी तक रहेगा। इसके अंतिम दिन कुछ आसान उपाय करने चाहिए।
Magh Gupt Navratri Upay: साल में 4 बार नवरात्रि पर्व मनाया जाता है। इनमें से 2 प्रकट नवरात्रि होती है और 2 गुप्त। इन दिनों गुप्त नवरात्रि का पर्व चल रहा है, जो 6 फरवरी, गुरुवार तक रहेगा। इस नवरात्रि में गुप्त साधना की जाती है और तंत्र-मंत्र से देवी की प्रसन्न किया जाता है। गुप्त नवरात्रि के अंतिम दिन यानी 6 फरवरी को कुछ खास उपाय किये जाएं तो कईं तरह की परेशानियों से बचा जा सकता है। जानें इन उपायों के बारे में…
कम उम्र में मालामाल बना देती हैं चाणक्य की ये 5 टिप्स
दूर करें घर की निगेटिविटी
नवरात्रि के अंतिम दिन देवी दुर्गा की पूजा करने के बाद उनके सामने 11 लौंग रख दें। कुछ देर बाद उस लौंग को उठाकर जलते हुए कपूर में डाल दें और पूरे घर में घूमते इसका धुआं कर सभी दूर फैला दें। इस उपाय से आपके घर की निगेटिविटी तुरंत दूर हो जाएगी। इस उपाय से भूत-प्रेत बाधा भी दूर हो जाती है।
धन लाभ के लिए करें ये उपाय
6 फरवरी को एक पान के पत्ते पर केसर से श्रीं लिखें और इसे देवी मां के चरणों में कुछ देर रख दें। बाद में इसे एक लाल कपड़े में बांधकर अपने धनस्थान यानी तिजोरी में रख दें। आप देखेंगे कि आपके घर में पैसों की आवक अचानक बढ़ने लगेगी।
सुख-समृद्धि के लिए उपाय
नवरात्रि के अंतिम 9 कन्याओं को घर बुलाकर भोजन करवाएं और इनकी पूजा भी करें। साथ में उपहार भी दें। इन कन्याओं को जो फूल चढ़ाएं, इन्हें संभालकर घर में किसी गुप्त स्थान पर सफेद कपड़े में पोटली बनाकर रख दें। इससे आपके घर में सुख-समृद्धि बनी रहेगी।
ऐसे उतारें नजर
नजर उतारने के लिए गुप्त नवरात्रि का दिन सबसे शुभ माना गया है। जिसे भी बुरी नजर हो या निगेटिव एनर्जी उस पर हावी हो, उसके ऊपर से 11 बार नारियल उबारकर किसी सुनसान जगह पर फेंक आएं। इससे परेशानियां दूर होंगी।
इस उपाय से लव लाइफ रहेगी खुशहाल
अगर पति-पत्नी में नहीं बनती तो वे गुप्त नवरात्रि के दिन साथ बैठकर देवी मंत्रों का जाप करें। इस दौरान शुद्ध घी का एक दीपक जलते रहना चाहिए। मंत्र जाप के बाद देवी को भोग लगाएं और इसे दोनों मिलकर खाएं। इससे लव लाइफ की परेशानियां दूर हो सकती हैं।
ये भी पढ़ें-
7 या 8 फरवरी, कब है जया एकादशी 2025? नोट करें डेट, पूजा विधि, मंत्र और मुहूर्त
कितने दिन तक बाणों की शैय्या पर रहे भीष्म पितामह?
Disclaimer
इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो ज्योतिषियों द्वारा बताई गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।