सार
वैवाहिक जीवन में कलह को दूर करने के लिए ज्योतिष शास्त्र प्रभावी उपाय प्रदान करता है। सुखी वैवाहिक जीवन के लिए इन 5 सरल उपायों को अपनाएं।
भारतीय परंपरा में विवाह और दांपत्य जीवन को बहुत महत्व दिया जाता है। जीवनभर साथ रहने वाले साथी का चुनाव करके उनके साथ गृहस्थी बसाने को प्राथमिकता दी जाती है। लेकिन, जीवन भर साथ रहने वाले साथी के साथ कभी-कभी झगड़े होना और समझौता करना स्वाभाविक है। पर झगड़ा इतना न बढ़े कि रिश्ता ही टूट जाए। कुछ लोग प्यार और समझौते से ज़िंदगी जीने के बजाय लड़ते-झगड़ते ही रहते हैं। ऐसे में, आप ज्योतिष शास्त्र में बताए गए इन उपायों को अपनाकर अपने वैवाहिक जीवन में झगड़े को खत्म कर सुखी जीवन जी सकते हैं।
वैवाहिक जीवन में कलह के कई कारण हो सकते हैं। लेकिन, ज्योतिष शास्त्र में सुखी वैवाहिक जीवन के लिए कई उपाय बताए गए हैं। उनमें से सबसे आसान, सरल और कम खर्चीले 5 उपाय यहां दिए गए हैं। इन ज्योतिष उपायों को अपनाकर आप अपने वैवाहिक जीवन में कलह को दूर कर सकते हैं और सुखी गृहस्थी का रास्ता खुद ढूंढ सकते हैं।
पेड़-पौधों को पानी दें: सुखी वैवाहिक जीवन के लिए गुरु ग्रह की अच्छी स्थिति ज़रूरी है। इसके लिए हर गुरुवार को पति-पत्नी दोनों तुलसी के पौधे में हल्दी मिला पानी डालें। नियमित रूप से ऐसा करने से आपके वैवाहिक जीवन में खुशियां आएंगी और रोज़-रोज़ के झगड़े बंद होंगे।
बेडरूम में राधा-कृष्ण की तस्वीर लगाएं: घर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा बेडरूम होता है। क्योंकि पति-पत्नी दोनों यहाँ ज़्यादा समय बिताते हैं। बेडरूम में राधा-कृष्ण की तस्वीर लगाने से दंपति के बीच सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है। साथ ही, दोनों के बीच नकारात्मक ऊर्जा कम होती है। इससे आपके प्रेम जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है, झगड़े बंद होते हैं।
हर गुरुवार पीले कपड़े पहनें: पति और पत्नी दोनों पीले कपड़े पहनकर हर गुरुवार गुरु (गुरु राघवेंद्र) के मंदिर जाएं तो गुरु ग्रह शुभ फल देता है। इस उपाय से आपके जीवन की समस्याएं धीरे-धीरे कम होती जाती हैं।
इस मंत्र का 11 बार जाप करें:
अगर आपका झगड़ा बहुत बढ़ गया है और कोई उपाय काम नहीं कर रहा है, तो पति-पत्नी दोनों को रोज़ाना इस मंत्र का जाप करना चाहिए। पति-पत्नी दोनों रोज़ सुबह नीचे दिए गए मंत्र का 11 बार जाप करें तो उनके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और कोई समस्या नहीं आती।
मंत्र- ‘ॐ कामदेवाय विद्महे, रति प्रियायै धीमहि तन्नो अनंग प्रचोदयात्’
पूर्णिमा के दिन खीर का भोग लगाएं: हर महीने पूर्णिमा के दिन घर में गाय के दूध से खीर बनाएं। पहले इसे लक्ष्मी देवी को अर्पित करें। फिर इसे प्रसाद समझकर पति-पत्नी साथ मिलकर खाएं। ऐसा करने से वैवाहिक जीवन में खुशियां आती हैं।