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Karwa Chauth Arghya Mantra: करवा चौथ पर कैसे दें चंद्रमा को अर्घ्य, कौन-सा मंत्र बोलें?
Karwa Chauth Arghya Mantra: इस बार 10 अक्टूबर, शुक्रवार को करवा चौथ का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन महिलाएं निराहार व्रत करती हैं और शाम को चद्रंमा की पूजा के बाद ही ये व्रत पूर्ण होता है। जानें करवा चौथ पर चंद्रमा को अर्घ्य देने की पूरी विधि।

कब उदय होगा करवा चौथ 2025 का चांद?
Karwa Chauth 2025 MoonRise Time: हिंदू धर्म में चंद्रमा को प्रत्यक्ष देवता माना जाता है यानी जिसे हम देख सकते हैं। अनेक मौकों पर चंद्रमा की पूजा विशेष रूप से की जाती है, करवा चौथ पर इन खास मौकों में से एक है। करवा चौथ का व्रत महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और परिवार की खुशहाली के लिए करती हैं। करवा चौथ व्रत में चंद्रमा की पूजा विशेष महत्व है। इस दिन महिलाओं को चंद्रमा उदय होने के इंतजार रहता है। आगे जानिए इस बार करवा चौथ पर चंद्रोदय कब होगा, चंद्रमा को अर्घ्य कैसे दें और कौन-सा मंत्र बोलें-
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करवा चौथ 2025 चंद्रोदय का समय
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, करवा चौथ पर चंद्रोदय रात 08 बजकर 33 मिनिट के लगभग होगा। अलग-अलग शहरों में चंद्रमा उदय के समय में थोड़ा अंतर आ सकता है। चंद्रमा के उदय होने के बाद महिलाएं पूजा कर अपना व्रत पूर्ण कर सकती हैं।
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करवा चौथ पर कैसे दें चंद्रमा को अर्घ्य?
- करवा चौथ की रात जब चंद्रमा उदय हो जाए तो उसे प्रणाम करें और कुमकुम, चावल और फूल चढ़ाकर पूजा करें।
- इसके बाद शुद्ध जल से चंद्रमा को अर्घ्य दें। चंद्रमा से संबंधित मंत्र बोलें- ऊं श्रीं श्रीं चंद्रमसे नम:।
- इस मंत्र को कम से कम 5 बार बोलें। मंत्र बोलने के बाद शुद्ध घी का दीपक जलाकर चंद्रमा की आरती करें।
- पूजा समाप्त होने पर एक बार फिर से चंद्रमा को प्रणाम करें। इस तरह करवा चौथ पर चंद्रमा की पूजा करनी चाहिए।
चंद्रमा की आरती लिरिक्स हिंदी में
ऊं जय सोम देवा, स्वामी जय सोम देवा ।
दुःख हरता सुख करता, जय आनन्दकारी ।
रजत सिंहासन राजत, ज्योति तेरी न्यारी ।
दीन दयाल दयानिधि, भव बन्धन हारी ।
जो कोई आरती तेरी, प्रेम सहित गावे ।
सकल मनोरथ दायक, निर्गुण सुखराशि ।
योगीजन हृदय में, तेरा ध्यान धरें ।
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव, सन्त करें सेवा ।
वेद पुराण बखानत, भय पातक हारी ।
प्रेमभाव से पूजें, सब जग के नारी ।
शरणागत प्रतिपालक, भक्तन हितकारी ।
धन सम्पत्ति और वैभव, सहजे सो पावे ।
विश्व चराचर पालक, ईश्वर अविनाशी ।
सब जग के नर नारी, पूजा पाठ करें ।
ऊं जय सोम देवा, स्वामी जय सोम देवा ।
Disclaimer
इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो धर्म ग्रंथों, विद्वानों और ज्योतिषियों से ली गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।