सार
बांगड़ ने पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा, मैं आम आदमी पार्टी में इस उम्मीद, उम्मीदों और आकांक्षाओं के साथ शामिल हुआ कि यह पार्टी पंजाब में दशकों से चली आ रही व्यक्तिवाद, परिवारवाद और मुनाफाखोरी की पारंपरिक राजनीति को वैकल्पिक जन-समर्थक राजनीति से बदल देगी।
फिरोजपुर : पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Election 2022) से ठीक पहले आम आदमी पार्टी (AAP) को बड़ा झटका लगा है। फिरोजपुर ग्रामीण के उम्मीदवार आशु बांगड़ (ashu bangar) ने पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया। अपने पत्र में बांगड़ ने पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा, मैं आम आदमी पार्टी में इस उम्मीद, उम्मीदों और आकांक्षाओं के साथ शामिल हुआ कि यह पार्टी पंजाब में दशकों से चली आ रही व्यक्तिवाद, परिवारवाद और मुनाफाखोरी की पारंपरिक राजनीति को वैकल्पिक जन-समर्थक राजनीति से बदल देगी। अन्य पार्टियों के विपरीत, पार्टी मजबूत होगी आंतरिक लोकतंत्र और निर्णय लेने की शक्ति एक व्यक्ति के बजाय पार्टी के स्वयंसेवकों और पदाधिकारियों के हाथों में होगी। लेकिन जैसे-जैसे मैं पार्टी में अधिक से अधिक सक्रिय होता गया, मेरी आशाएं, अपेक्षाएं और इच्छाएं एक-एक करके बिखरती गईं।'
आप पर गंभीर आरोप
बांगड़ ने अपने पत्र में कहा कि, आप का पंजाबियों पर जरा भी विश्वास नहीं है। पिछली बार की तरह आपने पंजाब नेतृत्व राघव चड्ढा को को दे दिया है। लेकिन वह न तो पंजाब की समझ रखते हैं, न यहां के लोगों को साथ लेकर चल रहे हैं। राघव चड्ढा के उस बयान पर भी आपत्ति जताई जिसमें उन्होंने कहा, पंजाब के किसान, भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गए हैं। यह किसानों और पंजाबियों का अपमान है। बांगड़ ने कहा ,'जो तथ्य सामने आए हैं, उससे अब मुझे कोई भ्रम नहीं है कि पहले बलवीर सिंह राजेवाल और उनके कई सहयोगियों को चुनाव लड़ने के लिए उकसाया गया। ताकि किसान संगठनों को बांटा जा सके।
इसलिए पंजाब के नेता छोड़ गए AAP
बांगड़ ने कहा कि सुच्चा सिंह छोटेपुर, धर्मवीर गांधी, हरिंदर सिंह खालसा, सुखपाल सिंह खैरा, पत्रकार कंवर संधू समेत पंजाब के दर्जनों नेताओं ने आप को छोड़ दिया। उन्होंने पार्टी को क्यों छोड़ा। इस पर कभी विचार नहीं किय गया है। इस तरह की स्थिति क्यों बनी? कौन इसके लिए जिम्मेदार है? इस पर भी विचार नहीं किया गया।
दलबदलुओं को दिया टिकट
बांगड़ ने कहा कि इस चुनाव में आम आदमी पार्टी काफी बदल गई है। दूसरी पार्टियों से एक-दो दिन पहले पार्टी में शामिल हुए करीब 40 लोगों को टिकट देकर आप वैकल्पिक राजनीति कैसे कर सकते हैं? आपकी पार्टी अब आम आदमी की पार्टी नहीं है, बल्कि खास और पूंजीपतियों और दलबदलुओं की पार्टी है, जिनसे किसी को कोई उम्मीद नहीं है।
ये नेता भी छोड़ सकते हैं पार्टी
बता दें कि जो खबर मिल रही है उसके मुताबिक आशु बांगड़ के अलावा कई और असंतुष्ट नेता हैं, जो किसी भी वक्त पार्टी छोड़ सकते हैं। इनमें बस्सी पठाना से आप उम्मीद्वार रुपिंदर सिंह, फिरोजपुर शहरी से रणवीर सिंह भुल्लर, बल्लुआना से अमनदीप सिंह गोल्डी, मोगा से उम्मीद्वार मनदीप कौर और समराला से जगतार सिंह का नाम सबसे आगे है।
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