नई दिल्ली। पूर्व ओलंपियन और गोल्ड मेडल विजेता खिलाड़ी अभिनव बिंद्रा (Abhinav Bindra) ने भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) के संविधान में हुए संशोधन का समर्थन किया है। उन्होंने कहा है कि इससे खिलाड़ियों के लिए प्रशासन के पदों पर पहुंचने का रास्ता सुलभ होगा।

सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) में बदलाव हो रहे हैं। जस्टिस नागेश्वर राव IOA के संविधान में संशोधन किया गया है। नया संविधान 10 नवंबर को लागू होगा। आईओए के चुनाव 10 दिसंबर को होंगे। एक अध्यक्ष, एक वरिष्ठ उपाध्यक्ष, दो उपाध्यक्ष सहित कार्यकारी परिषद के सदस्यों का चुनाव होगा। महिलाओं को भी अध्यक्ष और संयुक्त सचिव (दो पद) के लिए चुनाव लड़ने का मौका मिलेगा। इसके साथ ही छह कार्यकारी परिषद सदस्य का चुनाव होगा। एथलीट आयोग द्वारा दो प्रतिनिधि चुने जाएंगे। 

 

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नेतृत्व की भूमिकाओं में महिलाओं को मिलेगा प्रोत्साहन
अभिनव बिंद्रा ने अपने ट्विटर हैंडल से एक पत्र पोस्ट किया है। इसमें उन्होंने जस्टिस नागेश्वर राव को आईओए के संविधान में संशोधन के लिए बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि संशोधन में सितंबर में लुसाने में हुई चर्चा पर ध्यान रखा गया। संविधान संशोधन से एथलीटों के लिए प्रशासन में प्रवेश का मार्ग आसान होगा। इसके साथ ही महिलाओं को नेतृत्व की भूमिकाओं में भाग लेने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा। यह एक नई शुरुआत है। इसमें भारत में ओलंपिक आंदोलन के लिए कई ऐतिहासिक संभावनाओं की शुरुआत करने की क्षमता है।

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अभिनव बिंद्रा ने अपने पत्र में लिखा, "एक ओलंपियन और एक वर्तमान एथलीट प्रतिनिधि के रूप में मैं संशोधनों का पूरी तरह से समर्थन करता हूं। IOC और OCA द्वारा एथलीटों को हमेशा दिल और नीति और निर्णय के केंद्र में रखा जाता है। मैं इसके लिए आभारी हूं। मैं भारत में ओलंपिक परिवार से इस सुधार को उसके तार्किक निष्कर्ष पर ले जाने और एकजुट होने के लिए प्रार्थना करता हूं।"

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