सार

Cadaboms Okami Price: भारत में एक शख्स ने दुनिया का सबसे महंगा कुत्ता खरीदा है। कैडबॉम्ब ओकामी नाम का ये डॉग वुल्फडॉग है। जानिए इस महंगे कुत्ते में क्या है खास।

World Most Expensive Dog: आपने दुनिया की सबसे महंगी कार, बाइक, हवाई जहाज के बारे में तो खूब सुना होगा, लेकिन क्या दुनिया के सबसे महंगे कुत्ते के बारे में जानते हैं। दुनिया के सबसे महंगे कुत्ते का नाम कैडबॉम्ब ओकामी है, जिसे एक भारतीय एस सतीश ने खरीदा है। दुनिया के सबसे महंगे कुत्ते ओकामी की उम्र अभी महज 8 महीने है। वहीं, इसका वजन 75 किलो और ऊंचाई ढाई फीट है।

कितनी है दुनिया के सबसे महंगे कुत्ते की कीमत

दुनिया के सबसे महंगे कुत्ते कैडबॉम्स ओकामी (Cadaboms Okami) की कीमत 50 करोड़ रुपए है। बेंगलुरू के डॉग ब्रीडर एस सतीश के मुताबिक, ये कुत्ता जंगली भेड़िए और कॉकेशियन शेफर्ड का मिक्स ब्रीड है, जिसे वुल्फडॉग कहा जाता है। रिपोर्ट के मुताबिक, सतीश ने इस कुत्ते को फरवरी 2025 में एक ब्रोकर के जरिये खरीदा है।

दुनिया के सबसे महंगे कुत्ते की कीमत में आ जाएंगी 50 BMW कार

वुल्फडॉग यानी भेड़िए की तरह दिखने वाले दुनिया के सबसे महंगे कुत्ते की कीमत इतनी ज्यादा है कि इसमें बड़े आराम से BMW Z4 जैसी 50 कारें खरीदी जा सकती हैं। इस एक गाड़ी की कीमत 91 लाख से 1 करोड़ रुपए के बीच है। एस सतीश का कहना है- मुझे महंगे और दुर्लभ नस्ल के कुत्ते खरीदने का शौक है और ये एक असाधारण नस्ल का वुल्फडॉग है।

 

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कुत्तों के लिए 7 एकड़ में आलीशान इंतजाम

बेंगुलरू के सतीश डॉग प्रेमी हैं, जिसके चलते उन्होंने कुत्तों के लिए 7 एकड़ में आलीशान इंतजाम किया है। उनके पास तरह-तरह की प्रजातियों के कुत्ते हैं। सतीश ने जहां कुत्ते रखे हैं, उसके चारों तरफ 10 फीट ऊंची दीवार है। साथ ही पूरे इलाके में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।

एक डॉग शो से 10 लाख रुपए कमाते हैं सतीश

रिपोर्ट्स के मुताबिक, डॉग ब्रीडर सतीश अक्सर डॉग शोज करवाते हैं। कुछ घंटों के डॉग शो के बदले वो 2.5 से 10 लाख रुपए तक चार्ज करते हैं। इन डॉग शोज में काफी भीड़ होती है। लोग नई-नई नस्ल के डॉग्स के साथ सेल्फी लेते हैं। सतीश का कहना है कि उन्हें और उनके कुत्तों को किसी फिल्म सेलेब्रिटी से भी ज्यादा अटेंशन मिलता है।

60-80 किलो वजनी होते हैं कोकेशियन शेफर्ड

कोकेशियान शेफर्ड प्रजाति के कुत्ते ज्यादातर रूस, जॉर्जिया, आर्मेनिया और अजरबैजान जैसे ठंडे देशों में पाए जाते हैं। इनका वजन 60 से 80 किलो तक होता है। विदेशों में इनका इस्तेमाल ज्यादातर भेड़ियों या फिर दूसरे शिकारी जानवरों से अपने पशुओं की रक्षा के लिए किया जाता है। इनकी एवरेज उम्र 10-12 साल के बीच होती है। इस नस्ल के किसी डेढ़ साल के कुत्ते को पालने में भी काफी रकम खर्च होती है।