सार

रक्षा विशेषज्ञ गिरिश लिंगन्ना रूसी लड़ाकू विमान SU-57 की खूबियां बता रहे हैं, जो अमेरिका के F-35 से कहीं बेहतर है। आइए जानते हैं दोनों फाइटर प्लेन की विशेषता और तकनीक क्या है।

 

F35 vs SU57 Fighter Planes. बीते अगस्त में रोस्टेक के सीईओ सर्गेई चेमजोव और रूसी प्रेसीडेंट ब्लादिमीर पुतिन के बीच मीटिंग हुई। इस दौरान रूस के SU-57 और SU-35 विमानों के प्रदर्शन पर भी चर्चा की गई। रूसी राष्ट्रपति ने हथियारों को और उन्नत बनाने पर जोर दिया। फिर बीते 28 सितंबर को रूस के उप प्रधानमंत्री ने जानकारी दी कि रूस की विमान बनाने वाली कंपनियों ने रक्षा मंत्रालय को पांचवीं पीढ़ी के SU-57 विमानों की आपूर्ति की है। वहीं रशियन यूनाइटेड एयरक्राफ्ट कॉरपोरेशन (यूएसी) के अध्यक्ष यूरी स्लीयुसर ने कहा कि 2023 में पांचवीं पीढ़ी के बाकी लड़ाकू विमानों की अभी असेंबलिंग की ज रही है। इसके बाद इनका एरियल टेस्ट किया जाना है फिर आपूर्ति की जाएगी।

क्या है रूस का SU-57 फाइटर प्लेन

रूस में निर्मित SU-57 को टी-50 का विकल्प बताया जा रहा है। SU-57 पांचवी पीढ़ी का स्टील्थ फाइटर प्लेन है, जो लेटेस्ट टेक्नोलॉजी और अत्याधुनिक सेंसर से लैस है। इस विमान में इलेक्ट्रॉनिक स्कैनर, रडार, इंफ्रारेड सर्च और ट्रैकिंग सिस्टम भी लगाया गया है। यह हवा से हवा और जमीन से जमीन पर मार करने वाले मिसाइलों से लैस है। रूस में इन विमानों की डिलीवरी 2022 से शुरू हुई। रूसी एयरोस्पेस फोर्स को 2027 तक ऐसे 76 SU-57 फाइटर प्लेन मिल जाएंगे। अभी कुल 6 फाइटर प्लेन हैं, जो 2024 तक बढ़कर 22 तक पहुंच जाएंगे।

कैसे अमेरिका के F-35 को पीछे छोड़ा

रूस का यह एसयू-57 विमान एयरोस्पेस प्रोद्योगिकी में अमेरिकी से आगे निकल गया है। ऐसा इसलिए कहा जा सकता है क्योंकि यह रूसी फाइटर प्लेन की तेजी और लेटेस्ट तकनीक उसे बहुत आगे कर देती है। यूक्रेन युद्ध में इसकी क्षमता देखी जा है, जो कि अमेरिका के F-35 से कहीं आगे है। एसयू-57 को PAK-FA (फ्रंटलाइन एविएशन का प्रॉस्पेक्टिव एविएशन कॉम्प्लेक्स) के रूप में भी मान्यता मिली है। NATO द्वारा इसका कोडनेम फेलॉन रखा है। यह रूस के सुखोई डिजाइन ब्यूरो द्वारा तैयार ताकतवर फाइटर प्लेन है। इसे असाधारण गति और अत्याधुनिक स्टील्थ स्ट्रेंथ के साथ तैयार किया गया है।

रूस का SU-57 बनाम अमेरिकी F-35

F-35 अमेरिका का वह लड़ाकू विमान है जो एयर स्ट्राइक, स्ट्राइक मिशन, इलेक्ट्रॉनिक वार, खुफिया मिशन जैसी भूमिका के लिए तैयार किया गया है। यह अमेरिका में पांचवीं पीढ़ी का ताकतवर फाइटर प्लेन है, जो कि एफ-16 का विकल्प है। F-35 एक सीट, एक इंजन वाला फाइटर प्लेन है। इसमें तीन अलग प्रकार के बीएई सिस्टम लगाए गए हैं। यह टेकऑफ लैंडिंग, शॉर्ट टेकऑफ में माहिर है। यह अत्याधुनिक विमानन तकनीक से लैस है। रूस और अमेरिकी लड़ाकू विमानों की तुलना करेंगे तो रूस का फाइटर प्लेन, अमेरिकी विमान से कहीं ज्यादा मारक क्षमता वाला है।

सुखोई यानि SU-57 की प्रमुख विशेषताएं

एक तरफ जहां अमेरिकी विमान में सिंगल इंजन है, वहीं सुखोई यानि SU-57 में डबल इंजन है। यह डिजाइन फ्लाई के दौरान पायलट को जिंदा रखने में मददगार है। जबकि अमेरिकी फाइटर प्लेन में सिंगल इंजन की वजह से समस्या आ जाती है। सुखोई में सुपर मैन्यूवैरेबिलिटी की क्षमता है जबकि अमेरिकी विमान में यह नहीं है। सुखोई SU-57 किसी भी वक्त 360 डिग्री के रेंज में खुद को बदल सकता है। सुखोई में मानव रहित विंगमैन को कंट्रोल करने की क्षमता के साथ तैयार किया गया है। यह खूबियां इसे अमेरिकी विमान से अलग बनाती हैं।

यह भी पढ़ें

इजराइल में नेशनल इमरजेंसी घोषित, अब तक 22 की मौत-सामने आ रहीं भयानक तस्वीरें...