सार
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने इस्तीफा दे दिया है। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने बयान देकर इसकी मजबूरियां बतायी है।
Why Manipur CM N Biren Singh resigned: मणिपुर हिंसा की न थमने वाली वारदातों के बीच रविवार को बड़ा राजनैतिक उलटफेर देखने को मिला है। राज्य विधानसभा सत्र शुरू होने के एक दिन पहले ही मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह (Manipur CM Resignation) ने अपना इस्तीफा राज्यपाल (Manipur Governor) को सौंप दिया है। अपना इस्तीफा सौंपने के पहले मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। इसके बाद वह राजधानी इंफाल पहुंचे और बीजेपी प्रभारी संबित पात्रा व अपने मंत्रिमंडल के साथ राजभवन पहुंचकर इस्तीफा दे दिया। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत (Supriya Shrinate statement) ने आरोप लगाया कि बीरेन सिंह का इस्तीफा एक सोची समझी रणनीति का हिस्सा था क्योंकि सोमवार से मणिपुर में विधानसभा सत्र शुरू होने वाला था और सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जाने वाला था। इस अविश्वास प्रस्ताव में उनके साथी विधायक भी शामिल थे इसलिए पहले ही बीजेपी ने उनसे इस्तीफा दिला दिया।
सुप्रिया श्रीनेत ने बताया क्यों हुआ इस्तीफा?
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत (Supriya Shrinate) ने कहा कि मणिपुर में जो इस्तीफा हुआ है वह उनकी मृतआत्मा जागी नहीं है बल्कि यह सोचा समझा और मजबूरी में लिया गया फैसला है। कल से राज्य में असेंबली सेशन शुरू होने वाला था। उसमें मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आने वाला था। यह अविश्वास प्रस्ताव वह शर्तिया हारने जा रहे थे। क्योंकि उनकी पार्टी तक में जबर्दस्त विरोध है। दूसरी बात यह कि 9 विधायक जो वह 5 जदयू और 4 अन्य से लाए थे वह भी डिस्क्वालिफाई होने जा रहे हैं।
रविवार को अचानक हुआ एन बीरेन सिंह का इस्तीफा?
मणिपुर में मई 2023 से ही जातीय हिंसा (Manipur Violence) जारी है। मैतेई (Meitei) और कुकी (Kuki) समुदायों के बीच जारी इस संघर्ष में अब तक 250 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है जबकि हजारों लोग विस्थापित हो चुके हैं। विपक्ष लगातार एन. बीरेन सिंह सरकार को इस हिंसा पर काबू न पाने के लिए घेर रहा था। हाल ही में मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह पर पद छोड़ने का दबाव तब और बढ़ गया जब हिंसा फिर से तेज हो गई। जानकारों की मानें तो उनके खिलाफ लोगों का गुस्सा तो बढ़ ही रहा था सहयोगी विधायक भी खिलाफ खड़ा होना शुरू कर दिए थे। राज्य की कमान संभालने में असफल होने की वजह से उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी आने की चर्चा थी।
गृह मंत्रालय ने सुरक्षा एजेंसियों को किया हाई अलर्ट
एन. बीरेन सिंह के इस्तीफे के तुरंत बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) ने राज्य में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है। राज्य में पहले से ही अर्धसैनिक बलों की भारी तैनाती की गई है लेकिन हिंसा भड़कने की आशंका को देखते हुए और सुरक्षाबलों की तैनाती बढ़ाई जा सकती है।
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