पाकिस्तान से तनाव के बीच, सीमावर्ती राज्यों में शनिवार शाम एक बड़ा नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल, 'ऑपरेशन शील्ड', हो रहा है। यह अभ्यास हवाई हमलों, ड्रोन घुसपैठ और निकासी जैसी स्थितियों के लिए लोगों को तैयार करेगा।
Operation Shield: पाकिस्तान के साथ चल रहे तनाव के बीच शनिवार शाम को कई सीमावर्ती राज्यों में ऑपरेशन शिल्ड आयोजित किया गया। यह बड़े पैमाने पर होने वाला नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल है। इसे पाकिस्तान के साथ सीमा शेयर करने वाले राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सभी जिलों में आयोजित किया गया। ऑपरेशन शील्ड से पाकिस्तान में खौफ है। पिछली बार भारत ने मॉक ड्रिल की घोषणा की थी और इससे पहले ही ऑपरेशन सिंदूर शुरू कर दिया था।
पहले 29 मई को मॉक ड्रिल किया जाना था, लेकिन प्रशासनिक वजहों से इसे आगे बढ़ा दिया गया। मॉक ड्रिल की शुरुआत शाम 5 बजे से हुई। सुरक्षा अभ्यास जम्मू और कश्मीर, पंजाब, राजस्थान, गुजरात, हरियाणा और चंडीगढ़ में किया गया। इसका उद्देश्य हमला होने की स्थिति में आम लोगों को बचाव के लिए तैयार रखना है।
क्या है ऑपरेशन शील्ड?
ऑपरेशन शील्ड लड़ाई होने की स्थिति में सीमा क्षेत्रों को मजबूत करने की भारत की व्यापक रणनीति का हिस्सा है। सिमुलेशन में दुश्मन के हवाई हमलों, ड्रोन घुसपैठ, मिसाइल हमलों, निकासी और आपातकालीन संचार प्रोटोकॉल के लिए अभ्यास शामिल हैं।
गृह मंत्रालय ने कहा कि मौजूदा अभियान 7 मई को आयोजित पूर्व अभ्यास से मिले सबक पर आधारित है। उसी दिन भारत ने पहलगाम हमले का बदला लिया था। ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी शिविरों को नष्ट किया गया था। इसके बाद 10 मई तक भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष हुआ।
गृह मंत्रालय ने कहा है कि पिछले अभ्यास में कई कमियां देखी गईं। ऑपरेशन शील्ड का उद्देश्य इन कमियों को दूर करना और शत्रुतापूर्ण हमले के खिलाफ नागरिक सुरक्षा तैयारियों को बढ़ाना है। अभ्यास में NCC, NSS, NYKS और भारत स्काउट्स एवं गाइड्स सहित विभिन्न सेवाओं के स्वयंसेवक शामिल हुए। नियंत्रण रेखा के निकटवर्ती क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया गया। यहां जोखिम अधिक रहता है।
कहां हुआ मॉक ड्रिल?
जम्मू और कश्मीर: जम्मू और कश्मीर में मॉक ड्रिल की देखरेख एसडीआरएफ और नागरिक सुरक्षा निदेशालय द्वारा की गई। कठुआ, सांबा, जम्मू, उधमपुर, राजौरी, पुंछ, बारामुल्ला और कुपवाड़ा जैसे जिलों में सुरक्षा अभ्यास किया गया।
पंजाब और चंडीगढ़: पंजाब के सीमावर्ती क्षेत्रों में महत्वपूर्ण सेवाओं को छोड़कर पूर्ण ब्लैकआउट हुआ। हवाई हमले के सायरन भी बजाए गए। पंजाब के सभी जिलों में मॉक ड्रिल हुआ। चंडीगढ़ में रात 8 बजे 10 मिनट का ब्लैकआउट हुआ।
हरियाणा: हरियाणा के सभी 22 जिलों में मॉक ड्रिल हुआ। शाम 8:00 से 8:15 बजे के बीच महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों के पास हवाई हमले, ड्रोन हमले और ब्लैकआउट की स्थिति अभ्यास किया गया। अभ्यास के दौरान आपातकालीन सेवाएं चालू रहीं।
राजस्थान: राजस्थान में ऑपरेशन शील्ड ने जैसलमेर जैसे रणनीतिक क्षेत्रों सहित सभी 41 जिलों को कवर किया।
गुजरात: गुजरात में व्यापक ब्लैकआउट अभ्यास हुआ। पाटन जिले में मॉक ब्लैकआउट के लिए 18 जगहों को चुना गया था। ब्लैकआउट रात 8:00 बजे से 8:30 बजे तक चला।