सार

वक्फ संशोधन विधेयक पर जेपीसी मीटिंग में हंगामे के बाद 10 विपक्षी सांसद निलंबित। सांसदों ने निष्पक्ष कार्यवाही की मांग की और अध्यक्ष पर पक्षपात का आरोप लगाया।

Waqf Amendment Bill JPC: वक्फ संशोधन विधेयक पर बनायी गई जेपीसी की मीटिंग्स में लगातार हंगामा और आरोप-प्रत्यारोप के मामले सामने आ रहे हैं। शुक्रवार को संयुक्त संसदीय समिति (JPC) की बैठक में हंगामा हो गया। हंगामा करने के आरोपी विपक्षी दलों के 10 सांसदों को शुक्रवार को एक दिन के लिए निलंबित कर दिया गया। इन निलंबित सांसदों ने लोकसभा स्पीकर को लेटर लिखकर कार्यवाही को निष्पक्ष तरीके से संचालित करने की मांग की है। सांसदों का आरोप है कि जेपीसी अध्यक्ष मीटिंग्स का निष्पक्ष संचालन नहीं कर पा रहे हैं।

निष्पक्ष कार्यवाही की मांग

निलंबित सांसदों ने लोकसभा अध्यक्ष से इस मामले में निष्पक्षता सुनिश्चित करने और वक्फ संशोधन विधेयक पर गहराई से चर्चा की अपील की है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह विधेयक केवल तकनीकी मुद्दा नहीं है बल्कि इसमें लाखों लोगों के हित जुड़े हैं।

पहले जानिए किन सांसदों को किया गया निलंबित

जेपीसी की मीटिंग में हंगामा करने के आरोपी विपक्षी दलों के 10 सांसदों को निलंबित कर दिया गया है। इनका निलंबन सिर्फ एक दिन के लिए था। निलंबित सांसदों में कालीकुंचर बनर्जी, मोहम्मद जावेद, ए राजा, असदुद्दीन ओवैसी, नसीर हुसैन, मोहिबुल्लाह, मोहम्मद अब्दुल्ला, अरविंद सावंत, नदीम-उल-हक और इमरान मसूद शामिल हैं।

"हमारे साथ अन्याय हुआ": सांसदों का आरोप

सांसदों ने अपने निलंबन के विरोध में लोकसभा स्पीकर को एक सामूहिक लेटर लिखा है। इस लेटर में सांसदों ने अन्याय का आरोप लगाया है। सांसदों ने लिखा: हमें अपमानित महसूस हुआ इसलिए हमने लोकतांत्रिक तरीके से अपनी आवाज उठाई। इसी बीच अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने फोन पर किसी से बात की और अचानक से हमारी निलंबन की घोषणा कर दी। विधेयक में संशोधन न केवल देशभर के वक्फ बोर्डों की विशाल भूमि से जुड़ा है बल्कि उच्च न्यायालयों और सुप्रीम कोर्ट के निर्णयों से भी संबंधित है। ऐसे में विभिन्न राज्यों द्वारा बनाए गए कानून और नियम भी विवाद का विषय बनते जा रहे हैं। इन परिस्थितियों में, समिति द्वारा इस पर बिना गहराई से विचार किए जल्दबाजी करना, एक गूढ़ प्रक्रिया की तरह लगता है।

जम्मू-कश्मीर के प्रतिनिधिमंडल ने व्यक्त की चिंताएं

निलंबन की कार्रवाई उसी दिन हुई, जब कश्मीर के धार्मिक नेता मीरवायज उमर फारूक के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर का एक प्रतिनिधिमंडल वक्फ संशोधन विधेयक पर अपनी चिंताएं व्यक्त करने के लिए समिति के समक्ष पेश हुआ।

अशोभनीय आचरण: बीजेपी सांसद का आरोप

भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी ने विपक्षी सांसदों के आचरण को घृणित करार दिया है। उन्होंने कहा: विपक्षी सांसद लगातार हंगामा कर रहे थे और असंसदीय भाषा का इस्तेमाल कर रहे थे।

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