सार
पाकिस्तानी न्यूज वेबसाइट द न्यूज में भारत के आर्थिक विकास को लेकर लेख प्रकाशित हुआ है। केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने लेख ट्विटर पर शेयर कर लोगों से पढ़ने की अपील की है। लेख भारत की आर्थिक शक्ति पर लिखा गया है।
नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के रिश्ते लंबे समय से खराब हैं। भारत से दुश्मनी के चक्कर में पाकिस्तान ने अपनी सेना पर इतना खर्च किया कि विकास के लिए पैसे नहीं बचे। नतीजा आज पाकिस्तान कंगाल हो गया है। दूसरी ओर भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है।
भारत के बारे में पाकिस्तानी मीडिया में बहुत कम ही अच्छी खबरें प्रकाशित की जाती हैं। पाकिस्तानी न्यूज वेबसाइट द न्यूज में छपी एक ऐसी ही खबर को केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने ट्विटर पर शेयर किया है और लोगों से इसे पढ़ने की अपील की है। यह लेख भारत की आर्थिक शक्ति पर लिखा गया है। उन्होंने ट्वीट किया, "पाकिस्तानी मीडिया के एक अच्छे लेख को पढ़िए। पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद और यूपीए के खोए हुए दशक के बावजूद पहले अटल बिहारी वाजपेयी फिर नरेंद्र मोदी की सरकार ने कड़ी मेहनत की है। भारत 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी।"
भारत के बारे में लिखी गईं हैं ये बातें…
जनरल मुशर्रफ ने 1999 में कारगिल की लड़ाई शुरू की थी। यह पाकिस्तानी जनता पर दुस्साहस था। उस वक्त भारत का GDP (सकल घरेलू उत्पाद) 450 बिलियन डॉलर से थोड़ा अधिक था। उस समय पाकिस्तान की GDP 63 बिलियन डॉलर, कनाडा की GDP 678 बिलियन डॉलर, यूके की GDP 1.69 ट्रिलियन डॉलर और फ्रांस की GDP 1.49 ट्रिलियन डॉलर थी। भारत गरीब देश था।
आज यूके की GDP 3.13 ट्रिलियन, फ्रांस की GDP 2.96 ट्रिलियन, कनाडा की GDP करीब 2 ट्रिलियन और भारत की GDP 3.18 ट्रिलियन डॉलर है। भारत में अभी भी गरीब लोग हैं, लेकिन वह अमीर देश बन गया है। 1999 की तुलना में आज भारत वैश्विक मंच पर दूसरे तरीके से बैठता है।
पाकिस्तान की GDP करीब 350 बिलियन डॉलर है। अर्थव्यवस्था के मामले में पाकिस्तान का आकार भारत के आकार का लगभग दसवां हिस्सा है। भारत की आर्थिक विकास की कहानी अभी शुरू ही हुई है। पिछले दो दशकों में भारत ने जो आर्थिक प्रगति की है उससे पाकिस्तान को चलाने वाले कुछ लोग डर गए हैं।
मॉर्गन स्टेनली ने अनुमान लगाया है कि 2030 तक भारत की GDP मौजूदा 3.18 ट्रिलियन डॉलर से बढ़कर लगभग 8 ट्रिलियन डॉलर हो जाएगा। इस वक्त वैश्विक निर्यात में भारत का हिस्सा 2.2 प्रतिशत है। मॉर्गन स्टेनली को उम्मीद है कि यह 2030 तक 4.5 प्रतिशत हो जाएगा। भारत में खुदरा बाजार अगले सात वर्षों में दोगुना से अधिक बढ़कर 1.8 ट्रिलियन डॉलर से अधिक होने की उम्मीद है। भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी 2,278 डॉलर प्रति वर्ष से बढ़कर 5,242 डॉलर प्रति वर्ष होने की उम्मीद है।
35,000 डॉलर प्रति वर्ष से अधिक वार्षिक आमदनी वाले भारतीय परिवारों का प्रतिशत 5.6 से बढ़कर 25 प्रतिशत से अधिक होने की उम्मीद है। भारत में लग्जरी प्रोडक्ट का इस्तेमाल सबसे अधिक होगा। भारत 2030 में बहुत सारे अमीर लोगों का देश बनने की राह पर है। पूरा लेख पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें- India’s coming of age
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