कांग्रेस नेता उदित राज ने दावा किया है कि आम आदमी पार्टी के ज्यादातर पार्षद बीजेपी में शामिल होने के इच्छुक हैं अगर बीजेपी उन्हें स्वीकार करे। उन्होंने AAP पर टिकट बेचने और दिल्ली की सत्ता में रहकर पैसा लूटने का भी आरोप लगाया।
नई दिल्ली (ANI): कांग्रेस नेता उदित राज ने रविवार को चौंकाने वाला खुलासा करते हुए दावा किया कि कुछ पार्षदों को छोड़कर पूरी आम आदमी पार्टी (AAP) भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो जाएगी, अगर बीजेपी उन्हें शामिल करने को तैयार हो। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली AAP का कोई "विचारधारागत" झुकाव नहीं है। उन्होंने आगे आरोप लगाया कि AAP पार्षद और विधायक सीटों के लिए टिकट "बेचने" का काम करती थी।
पूर्व भाजपा सांसद राज ने ANI को बताया, "मेरे सूत्रों के अनुसार, कुछ (AAP) पार्षदों को छोड़कर, बाकी ज़्यादातर बीजेपी में शामिल हो जाएंगे अगर वो उन्हें स्वीकार करे। ये कोई विचारधारा वाली पार्टी नहीं थी। ये लेन-देन का सिस्टम था। ये पार्षदों और विधायकों के टिकट बेचते थे। इसी तरह ज्यादातर लोग उनकी पार्टी में पार्षद बने।" उन्होंने AAP पर दिल्ली की सत्ता में रहते हुए "पैसा लूटने" और गुजरात, पंजाब और गोवा के चुनावों में खर्च करने का आरोप लगाया।
राज ने कहा, "ये यहाँ से पैसा लूटते थे और गुजरात, पंजाब और गोवा में फेंकते थे। सरकारी टैक्स का इस्तेमाल करके बिजली और पानी पर रियायतें देते थे।" उनकी ये टिप्पणी AAP से जुड़े कई पार्षदों के पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा देने और इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी नामक एक नई पार्टी बनाने के बाद आई है। विधानसभा चुनाव में मिली हार के महीनों बाद, AAP के लिए एक और झटके में, दिल्ली नगर निगम (MCD) के 15 पार्षदों ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है और एक नई पार्टी बनाने की घोषणा की है।
हिमानी जैन और मुकेश गोयल के नेतृत्व में पार्षदों ने अपने इस्तीफे के पीछे आंतरिक कलह का हवाला दिया। उन्होंने "इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी" नाम से एक नई राजनीतिक पार्टी बनाई। ANI से बात करते हुए, हिमानी जैन और मुकेश गोयल ने कहा कि आंतरिक कलह के कारण पिछले 2.5 वर्षों में नगर निगम में कोई खास काम पूरा नहीं हुआ है।इस बीच, AAP नेता प्रियंका कक्कड़ ने आरोप लगाया कि पार्टी से कई पार्षदों के इस्तीफा देने के बाद बीजेपी AAP पार्षदों को वित्तीय प्रोत्साहन देकर लुभाने की कोशिश कर रही है। AAP नेता ने बीजेपी पर नगर निकाय में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए इस तरह के हथकंडे अपनाने का आरोप लगाया। (ANI)