सार
किसान आंदोलन को लेकर भारतीय किसान यूनियन (भानु) ने बड़ा आरोप लगाया है। भानु के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने कहा कि 26 जनवरी को हमें मालूम पड़ा था कि जितने भी यह संगठन सिंघु बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे थे। ये सब कांग्रेस के खरीदे हुए और कांग्रेस के भेजे हुए संगठन थे। कांग्रेस इनको फंडिंग कर रही थी।
नई दिल्ली. किसान आंदोलन को लेकर भारतीय किसान यूनियन (भानु) ने बड़ा आरोप लगाया है। भानु के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने कहा कि 26 जनवरी को हमें मालूम पड़ा था कि जितने भी यह संगठन सिंघु बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे थे। ये सब कांग्रेस के खरीदे हुए और कांग्रेस के भेजे हुए संगठन थे। कांग्रेस इनको फंडिंग कर रही थी।
भानु प्रताप ने राकेश टिकैत पर भी लगाए थे आरोप
भारतीय किसान यूनियन (भानु) के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने 3 दिन पहले राकेश टिकैत पर बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि राकेश टिकैत के पास पैसा है। उनका जहां मन है, वे वहां जाएं। वे लंदन जाए, अमेरिका जाए, जापान जाए, चंद्रमा पर जाए। मुझे क्या लेना देना है उनसे। बता दें कि भानु प्रताप ने ये बयान राकेश टिकैत द्वारा अलग-अलग जिलों में किसान पंचायतों में जाने पर दिया था।
राकेश टिकैत प. बंगाल में भी कर रहे हैं विरोध
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में राकेश टिकैत की भी एंट्री हो चुकी है। शनिवार को टिकैत कोलकाता एयरपोर्ट पर उतरे तो वहां टीएमसी के राज्यसभा सांसद डोला सेन ने उनका स्वागत किया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, टिकैट नंदीग्राम और कोलकाता में बड़े पैमाने पर महापंचायतों को संबोधित करेंगे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, महापंचायतों में राकेश टिकैत भाजपा के खिलाफ प्रचार करेंगे। टीएमसी के वरिष्ठ नेता ने टिकैत का स्वागत किया, इससे यह भी सवाल उठाने लगे हैं कि क्या टिकैत महापंचायतों को एक किसान नेता या एक राजनीतिक व्यक्ति के रूप में संबोधित करेंगे।