सार
नई दिल्ली। बजट सत्र 2025 में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के बाद कांग्रेस नेता सोनिया गांधी की टिप्पणी से राजनीति गरमायी हुई है। बीजेपी सहित एनडीए के दल, सोनिया गांधी की जमकर आलोचना कर रहे हैं। संसद में 21 बीजेपी सांसदों ने प्रीविलेज नोटिस दिया है। इस घटना के बाद आरोप यह लग रहे हैं कि राष्ट्रपति के आदिवासी वर्ग के होने की वजह से कांग्रेस उनको बर्दाश्त नहीं कर पा रही है। बीजेपी व अन्य एनडीए घटक ने साफ तौर पर कहा है कि कांग्रेस की कुलीन संस्कृति, एक सामान्य गरीब व आदिवासी महिला को देश के सर्वोच्च पद पर बर्दाश्त कर पाने में असहज साबित हो रही है। हालांकि, कांग्रेस ने इसे बीजेपी की साजिश करार दिया है।
दरअसल, राष्ट्रपति मुर्मू के अभिभाषण पर प्रतिक्रिया देते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि राष्ट्रपति अंत तक बहुत थक चुकी थी, वे मुश्किल से बोल पा रही थीं। पुअर लेडी। सोनिया गांधी के इस बयान के बाद हंगामा मच गया।
राष्ट्रपति भवन ने बताया अपमानजनक
सोनिया गांधी के बयान के बाद राष्ट्रपति भवन ने विज्ञप्ति जारी कर टिप्पणी को अपमानजनक और राष्ट्रपति पद की गरिमा को नुकसान पहुंचाने वाला बताया है। राष्ट्रपति भवन ने कहा कि सच्चाई से बढ़कर कुछ नहीं हो सकता। राष्ट्रपति किसी भी समय थकी हुई नहीं थीं। वास्तव में उनका मानना है कि हाशिए पर रहने वाले समुदायों, महिलाओं और किसानों के लिए बोलना, जैसा कि वह अपने संबोधन के दौरान कर रही थीं, कभी थका देने वाला नहीं हो सकता। राष्ट्रपति कार्यालय का मानना है कि ऐसा हो सकता है कि ये नेता हिंदी जैसी भारतीय भाषाओं के मुहावरे और प्रवचन से परिचित नहीं हैं और इस प्रकार उन्होंने गलत धारणा बना ली है। किसी भी स्थिति में, इस तरह की टिप्पणियां खराब टेस्ट, दुर्भाग्यपूर्ण और पूरी तरह से नजरअंदाज किये जाने योग्य हैं।
पीएम मोदी ने भी सदन में इस पर की टिप्पणी
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस का शाही परिवार राष्ट्रपति के अपमान पर उतर आया है। कांग्रेस ने एक बार फिर बता दिया है कि वो आदिवासियों के बारे में क्या सोचते हैं। सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पुअर लेडी बताकर आदिवासियों का अपमान किया है।
कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधर की भी फिसली थी जुबान
जुलाई 2024 में लोकसभा में कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपत्नी कहकर संबोधित किया था। राष्ट्रपत्नी कहने पर सदन से लेकर बाहर तक जमकर हंगामा हुआ था। उस समय भी बीजेपी ने यह आरोप लगाया था कि मुर्मू आदिवासी समाज से आती हैं इसलिए उनका कांग्रेस जानबूझकर अपमान कर रही है। बीजेपी ने अधीर रंजन चौधरी के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए उनके बयान को आदिवासी समाज से सर्वोच्च पद पर बैठी महिला का तिरस्कार बताया था। हालांकि, चौधरी ने माफी मांग ली थी, उन्होंने अपनी कमजोर हिंदी का हवाला देते हुए जुबान फिसलने की बात कही थी। लेकिन आरोप यह लगता रहा है कि कांग्रेस उनकी पृष्ठभूमि की वजह से ऐसा कर रही है।
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