राहुल गांधी ने वाशिंगटन डीसी में भारत की विविधता और एकता पर जोर दिया, साथ ही आरएसएस पर देश की मूल भावना को न समझ पाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भारत विभिन्न धर्मों, जातियों और संस्कृतियों का संगम है, जहाँ सभी को समान अधिकार और सम्मान प्राप्त है।

Rahul Gandhi USA Visit: राहुल गांधी ने अमेरिका में वाशिंगटन डीसी में आयोजित कार्यक्रम में भारत की अखंडता में एकता को लेकर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि यह देश वास्तव में अद्भुत है। यह कई धर्म, जाति, भाषाओं और संस्कृति से मिलकर बना हुआ है। यह सभी भारत की नींव से जुड़े हुए हैं। इस दौरान उन्होंने आरएसएस को आड़े हाथ लिया। उन्होंंने कहा कि आरएसएस ये बात अब तक नहीं समझ सका है कि यह देश किसी एक धर्म या जाति का नहीं, बल्कि सबका है। सभी भारत के नागरिक हैं और बराबर का हक और सम्मान चाहते हैं, लेकिन इन लोगों की मानसिकता कुछ और ही है। 

तमिलनाडु में कहूं, आप तमिल मत बोलिए तो क्या होगा
राहुल गांधी ने कहा कि भारत की भाषाएं और कल्चर देश की अनेकता में एकता को दर्शाता है। यदि मैं तमिलनाडु के व्यक्ति से कहूं कि आप तमिल नहीं बोलिए तो क्या होगा। भारत में सभी धर्म एक समान हैं। क्या भारत में सिक्ख व्यक्ति को पगड़ी पहनने या गुरुद्वारे में जाने की अनुमति है या किसी अन्य धर्म के लोगों को अपने कल्चर के अनुरूप रहने देने की इजाजत है। मैं यहां तमिलनाडु, पंजाब, हरियाणा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, केरल और महाराष्ट्र के लोगों को भी देखता हूं। ये भारत के इतिहास, भाषा और परंपराओं का प्रतिनिधित्व करते हैं।

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आरएसएस कभी भारत को समझ नहीं सका
राहुल गांधी ने कहा कि आरएसएस असली भारत को अब तक समझ ही नहीं सका है। न समझना चाहता है। उनका मानना है कि कुछ राज्य, भाषाएं, धर्म श्रेष्ठ हैं जबकि बाकी सब उससे नीचे हैं। यही उनकी विचारधारा है जबकि कांग्रेस का मानना है कि हर राज्य, परंपरा, धर्म, संस्कृति और भाषा उतनी ही महत्वपूर्ण है जितना बाकी हैं। लोग स्वतंत्र रूप से अपनी भाषा बोल सकें और अपनी मर्जी से लाइफ जी सकें। 

 

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