सार
कतर अमीर को रिसीव करने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं एयरपोर्ट पहुंचे। नई दिल्ली पहुंचे कतर अमीर की यह दूसरी भारत यात्रा है।
Qatar Emir Sheikh Tamim Bin Hamad Al Thani India visit: कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी, भारत यात्रा पर सोमवार को नई दिल्ली पहुंचे। कतर अमीर को रिसीव करने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं एयरपोर्ट पहुंचे। नई दिल्ली पहुंचे कतर अमीर की यह दूसरी भारत यात्रा है। इससे पहले वह मार्च 2015 में आए थे। हाल के वर्षों में कतर और भारत के संबंध बेहतर हुए हैं। यह यात्रा एक महत्वपूर्ण मोड़ पर भी हो रही है। भारत अपनी ऊर्जा सुरक्षा आवश्यकताओं को सुरक्षित करना चाहता है।
दोनों देश बढ़ा रहे संबंध, मिडिल ईस्ट में शांति बहाली का प्रमुख मध्यस्थ है कतर
भारत-कतर संबंध पिछले दशक में काफी बेहतर हुए हैं। भारत ने अपनी ऊर्जा जरूरतों को देखते हुए पश्चिम एशियाई देशों के साथ जुड़ाव बढ़ाने पर ध्यान दिया है। कतर भारत का प्रमुख LNG (Liquefied Natural Gas) सप्लायर है। कतर ने मध्यपूर्व में संघर्षों में प्रमुख मध्यस्थ के रूप में भूमिका निभाई है। कतर भारत को अपने वैश्विक जुड़ाव में एक प्रमुख भागीदार और व्यापार व निवेश के लिए महत्वपूर्ण साझेदार के रूप में पहचाना है।
प्रमुख व्यापारिक साझेदार भी है कतर
कतर के साथ भारत का द्विपक्षीय व्यापार काफी बड़ा है। 2023-24 में यह 14.08 बिलियन अमेरिकी डॉलर (1.22 लाख करोड़ रुपए) था। कतर को भारत का निर्यात 1.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर (14,762 करोड़ रुपए) था और कतर से भारत का आयात 12.38 बिलियन अमेरिकी डॉलर (1.07 लाख करोड़ रुपए) था। कतर से भारत एलएनजी, एलपीजी, रसायन और पेट्रोकेमिकल्स, उर्वरक आदि सामान आयात करता है। वहीं, कतर को अनाज, तांबा, लोहा और इस्पात के सामान, सब्जियां, फल, मसाले, प्रोसेस्ड फूड, वस्त्र और परिधान आदि शामिल हैं।
यही नहीं, कतर भारत को LNG का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता है। यहां से भारत के वैश्विक LNG आयात का 40% से ज्यादा हिस्सा आता है। पेट्रोनेट LNG लिमिटेड ने 2028 से 2048 तक प्रति वर्ष 7.5 मिलियन टन LNG की आपूर्ति के लिए कतर एनर्जी के साथ फरवरी 2024 में समझौता किया था।
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