सार
भारत (India) और कतर (Qatar) ने रणनीतिक साझेदारी (Strategic Partnership) समझौते पर हस्ताक्षर किए। पीएम मोदी (PM Modi) और कतर अमीर (Sheikh Tamim Bin Hamad Al Thani) ने व्यापार, निवेश और ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई। पढ़ें पूरी रिपोर्ट।
Qatar Amir India visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और कतर (Qatar) के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी (Sheikh Tamim Bin Hamad Al Thani) के बीच मंगलवार को द्विपक्षीय वार्ता हुई। दोनों राष्ट्राध्यक्षों के बीच व्यापार (Trade), निवेश (Investment) और ऊर्जा (Energy) सहित कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। दोनों देशों ने मौजूदा 14 अरब डॉलर के वार्षिक व्यापार को अगले पांच वर्षों में दोगुना करने का लक्ष्य तय किया है।
कतर अमीर का भारत दौरा की खास बातें... |
कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी ने 2015 के बाद पहली बार भारत का दौरा किया।पीएम मोदी की फरवरी 2024 में दोहा यात्रा के दौरान उन्हें भारत आने का निमंत्रण दिया गया था।राष्ट्रपति भवन में भव्य स्वागत समारोह आयोजित किया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) ने भी कतर अमीर से मुलाकात की और उनके सम्मान में भोज दिया।पीएम मोदी ने विशेष रूप से अमीर का स्वागत करने के लिए पालम टेक्निकल एयरपोर्ट (Palam Technical Airport) पर खुद पहुंचकर गर्मजोशी दिखाई। |
भारत-कतर के बीच रणनीतिक साझेदारी का ऐलान
भारत और कतर के बीच संबंधों को नई ऊंचाई देने के लिए रणनीतिक साझेदारी (Strategic Partnership) समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। विदेश मंत्रालय (MEA) के सचिव अरुण कुमार चटर्जी (Arun Kumar Chatterjee) ने कि कतर अमीर के साथ हाईलेवल प्रतिनिधिमंडल भी आया। प्रतिनिधिमंडल में मंत्री, वरिष्ठ अधिकारी और प्रमुख कारोबारी शामिल थे।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने कतर अमीर को एक बड़े व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल को भारत लाने के लिए धन्यवाद दिया। भारत और कतर के वाणिज्य और उद्योग मंत्रियों की सह-अध्यक्षता में जॉइंट बिजनेस फोरम (Joint Business Forum) आयोजित किया गया जहां दोनों देशों के शीर्ष उद्योगपतियों और कंपनियों ने व्यापारिक संभावनाओं पर चर्चा की।
ऊर्जा और निवेश के नए अवसर
कतर, भारत के लिए ऊर्जा आपूर्ति का एक प्रमुख केंद्र है। इसके अलावा कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (Qatar Investment Authority - QIA) भारत में 1.5 अरब डॉलर की प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) कर चुकी है। वार्ता के दौरान कई नए क्षेत्रों में निवेश बढ़ाने पर सहमति बनी।
भारत-कतर व्यापार में नए युग की शुरुआत
भारत और कतर के बीच ऐतिहासिक व्यापारिक संबंध (Historic Trade Linkages) और गहरे सांस्कृतिक रिश्तों को और मजबूत करने की दिशा में यह यात्रा मील का पत्थर साबित होगी। व्यापार, निवेश और ऊर्जा के क्षेत्र में नई संभावनाओं के साथ दोनों देश आर्थिक सहयोग को अगले स्तर पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
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