सार
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को पंजाब सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के बेटे रणइंदर सिंह को 19 नवंबर को हाजिर होने के लिए फिर समन जारी किया है। इससे पहले ईडी रणइंदर सिंह को दो बार तलब कर चुकी है लेकिन दोनों बार वह पेश नहीं हुए। बता दें कि अक्टूबर में ओलंपिक खेलों के लिए बैठक और छह नवंबर को कोरोना टेस्ट का हवाला देकर उन्होंने हाजिर होने से इनकार कर दिया था।
चंडीगढ़. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को पंजाब सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के बेटे रणइंदर सिंह को 19 नवंबर को हाजिर होने के लिए फिर समन जारी किया है। इससे पहले ईडी रणइंदर सिंह को दो बार तलब कर चुकी है लेकिन दोनों बार वह पेश नहीं हुए। बता दें कि अक्टूबर में ओलंपिक खेलों के लिए बैठक और छह नवंबर को कोरोना टेस्ट का हवाला देकर उन्होंने हाजिर होने से इनकार कर दिया था।
दरअसल, ईडी रणइंदर के विदेश में बैंक खातों और ब्रिटिश आइलैंड में ट्रस्ट बनाने के मामले की जांच कर रहा है। ईडी ने पहली बार वर्ष 2016 में रणइंदर सिंह को समन भेजा था। विदेशी बैंकों के खातों में रुपये हस्तांतरित करने का यह मामला 15 साल पुराना है। तभी से जांच एजेंसियां पूछताछ में जुटी हैं लेकिन अब तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई हैं। आयकर विभाग ने लुधियाना में इस संबंध में फेमा (विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम) के तहत मामला दर्ज किया है।
उधर, अमरिंदर के 26 कांग्रेसी विधायक ईडी के रडार पर
केंद्रीय कृषि कानूनों का विरोध पंजाब के तमाम कांग्रेसी विधायकों को भुगतना पड़ सकता है। कैप्टन अमरिंदर सिंह के बेटे रणइंदर के खिलाफ चार साल बाद दोबारा फाइल खोलने के बाद ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) की एक टीम ने पंजाब के 26 कांग्रेसी विधायकों को रडार पर लिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इन विधायकों को ईडी जल्द ही अवैध खनन के मामले में नोटिस जारी कर जांच में शामिल करेगी। ईडी की कार्रवाई को लेकर सीएम आवास से लेकर विधायकों तक में हलचल मची हुई है।
नई दिल्ली से ईडी को मिली हरी झंडी
दरअसल, ईडी को इस कार्यवाही के लिए नई दिल्ली से हरी झंडी मिल गई है। दिल्ली से कुछ आला अधिकारी भी जालंधर आकर ईडी के कार्यालय में बैठकर फाइलों से माथापच्ची करने में जुट गए हैं। ईडी की जांच का दायरा बढ़ा रहा है। इससे कैप्टन अमरिंदर सिंह के खेमे में खलबली मच गई है।
अवैध खनन के मुद्दे भाजपा और शिअद पर भी लगे हैं आरोप
आपको बता दें कि पंजाब में अवैध खनन का आरोप शिरोमणि अकाली दल व भाजपा पर भी लगता रहा है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सत्ता संभालने से पहले पंजाब की जनता से वादा किया था कि वह अवैध खनन करने वालों को जेल की सलाखों के पीछे डालेंगे और पंजाब में खनन घोटाले में हुए राजस्व घाटे को वसूला जाएगा।
विधायकों को शीघ्र तलब करेगा ईडी
पंजाब में विधानसभा चुनावों को अभी करीब एक साल का समय बचा है और पंजाब में राजनीति गरमा गई है। भाजपा अब 117 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है और खुद को कांग्रेस के मुकाबले में लाने के लिए कांग्रेस को घेरने की तैयारी कर रही है। जहां कैप्टन अमरिंदर सिंह के बेटे रणइंदर सिंह को ईडी ने 2016 के बाद दोबारा नोटिस जारी कर दबाव बनाना शुरू कर दिया है, वहीं 26 विधायकों के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है। ईडी इन विधायकों को शीघ्र ही तलब करने जा रहा है। इनकी बैंक डिटेल के अलावा संपत्ति का ब्योरा जुटाया जा रहा है।