सार

Pahalgam terror attack: पहलगाम आतंकी हमले के बाद मंगलवार को पीएम मोदी ने रक्षा मंत्री, एनएसए के साथ अहम मीटिंग की है।

Pahalgam terror attack: पहलगाम हमले के बाद नेशनल सिक्योरिटी को लेकर लगातार मीटिंग्स का दौर जारी है। मंगलवार को प्रधानमंत्री रेजिडेंस पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ पीएम मोदी ने हाईलेवल मीटिंग की है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आतंकवाद को करारा झटका देना हमारा राष्ट्रीय संकल्प है। भारतीय सशस्त्र बलों की पेशेवर क्षमताओं पर पूरा भरोसा और विश्वास है। पीएम मोदी ने कहा कि सेना को फ्री हैंड कर दिया गया है। वह रिस्पांस के लिए टाइम, मोड और टारगेट स्वयं तय करेगी। इसमें सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं होगा।

पीएम की इस हाईलेवल मीटिंग में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल के अलावा चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान सहित कई अन्य अफसर मौजूद रहे। यह मीटिंग ऐसे समय में हुई जब सरकार की सबसे शक्तिशाली सुरक्षा इकाई कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की दोबारा मीटिंग प्रस्तावित है।

CCS और CCPA की मीटिंग्स का दौर

बताया जा रहा है कि CCS की दूसरी बार मीटिंग करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी कैबिनेट कमेटी ऑन पॉलिटिकल अफेयर्स (CCPA) की अध्यक्षता भी करेंगे। इसमें गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, विदेश मंत्री एस. जयशंकर समेत कई वरिष्ठ मंत्री शामिल होंगे। इसके बाद आर्थिक मामलों की समिति (Economic Affairs Committee) की मीटिंग भी प्रस्तावित है।

अब तक क्या-क्या कदम उठाए गए?

सरकार ने पहले ही कई अहम फैसले लिए हैं:

  1. पाकिस्तानी नागरिकों के सभी वीजा रद्द कर दिए गए हैं (Pak Visa Cancelled), सिर्फ पाकिस्तानी हिंदू और लंबे समय के वीजाधारकों को छोड़कर। इसके अलावा डिप्लोमैट्स और अधिकारियों के वीजा पर भी कोई प्रभाव नहीं होगा। हालांकि, मेडिकल वीजा भी बंद कर दिए गए हैं।
  2. सिंधु जल संधि (Indus Water Treaty) को भी निलंबित कर दिया गया है, जिसे पाकिस्तान ने "युद्ध की घोषणा" बताया है।
  3. वीजा रद्द किए जाने के बाद सभी राज्य, अपने यहां से पाकिस्तानी नागरिकों को चिंहित करके उनको वापस कर रहे हैं।

अटारी-वाघा बॉर्डर पर लंबी कतारें

वीजा रद्द होने के बाद रविवार (27 अप्रैल) तक हजारों पाकिस्तानी नागरिक भारत छोड़ चुके हैं। अकेले अटारी-वाघा बॉर्डर पर 1,000 से ज्यादा लोगों ने भारत से वापसी की। गृह मंत्रालय के अनुसार, यह प्रक्रिया सख्ती से लागू की जा रही है।

पहलगाम आतंकी हमला: आतंकियों की तलाश जारी

22 अप्रैल को हुए पहलगाम हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान गई थी। इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) से जुड़े The Resistance Front (TRF) ने ली थी। हमले को अंजाम देने वाले पांच आतंकी अभी फरार हैं और उनकी तलाश के लिए बड़े स्तर पर अभियान जारी है।

भारतीय एजेंसियों ने हमले में पाकिस्तान की भूमिका के स्पष्ट सबूत जुटाए हैं, जिन्हें अमेरिका, रूस, जापान, चीन और यूरोपीय देशों के राजनयिकों को दिखाया गया है।