पीएम मोदी ने दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि भारत अब आतंकियों को उन्हीं की भाषा में जवाब देता है। उन्होंने नक्सलवाद पर बोलते हुए कहा कि 75 घंटे में 300 से ज्यादा माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है। नक्सली इलाकों में अब दिवाली मनेगी।
PM Modi on Terrorism: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को एक कार्यक्रम के दौरान कहा, अब भारत आतंकी हमलों के बाद चुप नहीं रहता, बल्कि सर्जिकल स्ट्राइक, हवाई हमलों और ऑपरेशन सिंदूर के जरिए दुश्मन को करारा जवाब देता है। उन्होंने कहा- कई रुकावटें और गतिरोधक हैं, लेकिन भारत "अजेय" बना हुआ है। पीएम ने आगे कहा, जब युद्ध दुनिया भर में सुर्खियां बने हुए हैं, तब भारत ने सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में आगे बढ़ते हुए आलोचकों को गलत साबित किया है। इस दौरान पीएम ने नक्सलवाद पर बोलते हुए कहा- पिछले कुछ घंटों में 303 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि वो दिन ज्यादा दूर नहीं, जब भारत पूरी तरह माओवाद आतंक से मुक्त होगा।
भारत अब रुकने के मूड में नहीं
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा, आज जब दुनिया कई तरह की बाधाओं और गतिरोधों का सामना कर रही है, तो ऐसे में अजेय भारत की बात करना जरूरी है। उन्होंने कहा, "हम न रुकेंगे, न ही धीमे पड़ेंगे। 140 करोड़ भारतीय पूरी गति से एक साथ आगे बढ़ेंगे। भारत अब दुनिया की कमजोर इकोनॉमीज से आगे निकलकर वर्ल्ड की टॉप-5 अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो चुका है। चिप से लेकर जहाजों तक, भारत हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर और आत्मविश्वास से भरा हुआ है।"
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75 घंटे में 300 से ज्यादा नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार रात एक कार्यक्रम में कहा कि पिछले 75 घंटों में 300 से ज्यादा माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है। ये कोई सामान्य लोग नहीं थे। इनके सिर पर इनाम था और इनके पास से हथियारों का एक बड़ा ज़खीरा बरामद हुआ है। पिछले 50-55 सालों में माओवादी आतंकवादियों ने हजारों लोगों को मार डाला। ये नक्सली स्कूल या अस्पताल नहीं बनने देते थे। वे डॉक्टरों को क्लीनिक में घुसने नहीं देते थे। वे संस्थानों पर बमबारी करते थे। माओवादी आतंकवाद युवाओं के साथ अन्याय था। यही कारण है कि भारत सरकार ने 'इन भटके हुए युवाओं' तक पहुंचने और उन्हें मुख्यधारा में वापस लाने के लिए विशेष प्रयास किए हैं। आज देश इन प्रयासों का परिणाम देख रहा है।"
नक्सल प्रभावित जिलों की संख्या 125 से घटकर 11 हुई
पीएम मोदी ने कहा, माओवादियों के सामूहिक आत्मसमर्पण की वजह से सरकार देश भर में नक्सल प्रभावित जिलों की संख्या एक दशक पहले के 125 जिलों से घटाकर केवल 11 करने में सफल रही है। बता दें कि बीते गुरुवार को सिर्फ छत्तीसगढ़ में 170 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। ये देश का एक ऐसा क्षेत्र है, जो ऐतिहासिक रूप से माओवादी खतरे से जूझता रहा है। मोदी ने आगे कहा- माओवादी आतंक से जूझ रहे इलाकों में इस बार दीवाली बेहद खास होनेवाली है। कई सालों बाद वे दिवाली का जश्न खुलकर मनाएंगे। मैं देशवासियों को भरोसा दिलाता हूं कि वो दिन अब ज्यादा दूर नहीं है, जब देश माओवादी आतंक से पूरी तरह मुक्त होगा। ये भी मोदी की गारंटी है।
जनता से हमेशा दूर रही कांग्रेस
प्रधानमंत्री ने केंद्र की पिछली कांग्रेस सरकारों पर भी निशाना साधा और उन पर जनता से दूर रहने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “कांग्रेस के विपरीत, हमने नीतियों को लोकतांत्रिक बनाने की दिशा में काम किया। यही अजेय भारत के पीछे की प्रेरक शक्ति है। कांग्रेस ने लोगों को बैंकों से दूर कर दिया था। गरीब लोग बैंकों में जाने से डरते थे। जब हमने सत्ता संभाली, तब आधी आबादी के पास बैंक खाते भी नहीं थे।”
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