PM Modi Infrastructure Projects Assam: ऑपरेशन सिंदूर की सफलता, सुदर्शन चक्र मिशन की घोषणा और 6,300 करोड़ की परियोजनाओं के साथ पीएम मोदी का असम दौरा बना चर्चा का केंद्र। क्या यह पूर्वोत्तर की नई तस्वीर है?

PM Modi Assam Visit 2025: असम दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में 6,300 करोड़ रुपये से ज्यादा की परियोजनाओं का शुभारंभ किया। दरंग मेडिकल कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज और गुवाहाटी रिंग रोड जैसी बड़ी योजनाएँ इस दौरे की खास उपलब्धि रहीं। मोदी ने कहा कि इस यात्रा के दौरान उन्हें “एक अलग तरह का आध्यात्मिक आनंद” मिला क्योंकि यह दौरा जन्माष्टमी के पावन अवसर पर हुआ। साथ ही उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता का ज़िक्र करते हुए मां कामाख्या का आशीर्वाद माना और सुरक्षा नीति में ‘सुदर्शन चक्र मिशन’ जैसी बड़ी योजना की घोषणा को भी याद दिलाया।

असम को 6,300 करोड़ की सौगात क्यों खास है?

मोदी ने दरंग जिले में 570 करोड़ की लागत से मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, नर्सिंग कॉलेज और जीएनएम स्कूल की आधारशिला रखी। इसके अलावा, ब्रह्मपुत्र नदी पर 1,200 करोड़ की लागत से बने 2.9 किमी लंबे नारेंगी-कुरुवा पुल का उद्घाटन किया गया। गुवाहाटी रिंग रोड जैसी 4,530 करोड़ की महत्वाकांक्षी परियोजना असम को मेघालय से और मज़बूती से जोड़ेगी।  

 

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क्या ‘ऑपरेशन सिंदूर’ मां कामाख्या के आशीर्वाद से सफल हुआ?

पीएम मोदी ने कहा कि हाल ही में हुआ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ मां कामाख्या के आशीर्वाद से ही सफल हो पाया। यह ऑपरेशन पाकिस्तान और पीओके में मौजूद आतंकवादी ठिकानों को खत्म करने के लिए किया गया था। मोदी का यह बयान क्या केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक तो है ही, यह भारत की सैन्य शक्ति का राजनीतिक संदेश भी है।

‘सुदर्शन चक्र मिशन’ भारत की सुरक्षा नीति कैसे बदलेगा?

स्वतंत्रता दिवस के भाषण को याद करते हुए मोदी ने कहा कि भारत अगले दशक में ‘सुदर्शन चक्र मिशन’ पर काम करेगा। यह आधुनिक रक्षा प्रणाली आतंकवादी हमलों को रोकने और दुश्मनों पर करारा प्रहार करने में सक्षम होगी।  

असम की तेज़ विकास दर पर मोदी का विश्वास क्यों?

मोदी ने कहा कि 13% विकास दर के साथ असम देश के सबसे तेज़ी से बढ़ते राज्यों में से है। इसके पीछे भाजपा की “डबल इंजन सरकार” और मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की मेहनत को उन्होंने श्रेय दिया।  

विपक्ष पर हमला और भूपेन हज़ारिका का ज़िक्र क्यों?

मोदी ने असम के सांस्कृतिक प्रतीक भूपेन हज़ारिका को भारत रत्न दिए जाने पर विपक्ष की आलोचना को याद दिलाया। उन्होंने कहा “लोग मुझे गाली दे सकते हैं, मैं शिव भक्त हूं और विष पी सकता हूं।”