सोशल मीडिया पर छात्राओं को मुफ्त स्कूटी देने के दावे की सच्चाई जानें। पीआईबी ने इस दावे को झूठा बताया है। जानिए क्या है पूरा मामला।

नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर रोज़ाना कई तरह के झूठे प्रचार फैलाए जाते हैं। इसलिए, सोशल मीडिया पर दिखने वाले कई प्रचारों की सच्चाई पर लोगों को शक होता है। आइए, ऐसे ही एक सोशल मीडिया प्रचार की सच्चाई जानते हैं।

प्रचार क्या है?

सोशल मीडिया पर एक मैसेज घूम रहा है कि 'प्रधानमंत्री मुफ्त स्कूटी योजना' के तहत केंद्र सरकार सभी कॉलेज छात्राओं को मुफ्त स्कूटी दे रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर के साथ यह लेख व्हाट्सएप वगैरह पर खूब फैल रहा है।

सच्चाई क्या है?

कॉलेज जाने वाली सभी छात्राओं को केंद्र सरकार मुफ्त स्कूटी दे रही है, यह सोशल मीडिया प्रचार बिल्कुल झूठा है। प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी) के फैक्ट चेक विभाग ने बताया है कि केंद्र सरकार की ऐसी कोई मुफ्त स्कूटी योजना नहीं है। पीआईबी ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार से जुड़ी सही जानकारी के लिए, पीआईबी फैक्ट चेक के आधिकारिक एक्स हैंडल और संबंधित मंत्रालयों की वेबसाइट देखें।

 

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पहले भी फैला था झूठा प्रचार

पिछले साल भी छात्राओं को मुफ्त स्कूटी देने के बारे में एक झूठा प्रचार फैला था। एक यूट्यूब वीडियो के थंबनेल में कहा गया था कि केंद्र सरकार स्कूल/कॉलेज की छात्राओं को मुफ्त स्कूटी दे रही है। तब भी पीआईबी फैक्ट चेक ने बताया था कि केंद्र सरकार की ऐसी कोई योजना नहीं है।