सार
Parliamentarians Car Rally 2025 में Union Minister Ram Mohan Naidu और Kiren Rijiju ने देश में सड़क सुरक्षा (Road Safety) की जरूरत को रेखांकित किया। जानें भारत में सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़े और सरकार की योजनाएं।
Parliamentarians Car Rally 2025: नई दिल्ली में सांसदों की कार रैली निकाली गई। रैली का उद्देश्य लोगों को रोड सेफ्टी के प्रति जागरूक करना था। Parliamentarians Car Rally 2025 के दौरान केंद्रीय मंत्री राममोहन नायडू और किरेन रिजिजू ने सड़क सुरक्षा (Road Safety) के महत्व पर जोर दिया। यह कार्यक्रम कंस्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित किया गया जिसमें सांसद और केंद्रीय मंत्री शामिल हुए।
राम मोहन नायडू: सड़क सुरक्षा सरकार की शीर्ष प्राथमिकता
कार्यक्रम के उद्घाटन पर केंद्रीय मंत्री नायडू ने कहा कि सड़क सुरक्षा आज देश की सबसे बड़ी प्राथमिकताओं में से एक है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) भी कई मौकों पर सड़क सुरक्षा पर जोर दे चुके हैं। हर नागरिक को नैतिक अनुशासन का पालन करना चाहिए, खासकर जब वह सड़क पर यात्रा कर रहा हो।
किरण रिजिजू: भारत में सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने भी सड़क सुरक्षा को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया में सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाओं (Road Accidents in India) वाला देश है। यह एक गंभीर विषय है। जब हम सड़क पर होते हैं, तो यातायात नियमों (Traffic Rules) का पालन करना जरूरी है, ताकि दुर्घटनाओं को रोका जा सके।
भारत में सड़क दुर्घटनाओं के चौंकाने वाले आंकड़े
- केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) के अनुसार, हर साल भारत में लगभग 4.8 लाख सड़क दुर्घटनाएं होती हैं जिनमें से 1.8 लाख लोगों की मौत हो जाती है।
- दुर्घटनाओं में सबसे अधिक मौतें 18 से 45 वर्ष के लोगों की होती हैं।
- टू-व्हीलर राइडर्स और पैदल यात्री (Pedestrians) सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं।
- सड़क दुर्घटनाओं की वजह से देश की GDP का 3% नुकसान होता है।
सड़क दुर्घटनाओं के लिए इंजीनियर जिम्मेदार?
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में कहा था कि खराब सड़क डिजाइन और कमजोर डीपीआर (DPRs) सड़क दुर्घटनाओं की बड़ी वजह हैं। उन्होंने बताया कि सरकार का लक्ष्य 2030 तक सड़क दुर्घटनाओं की संख्या 50% तक कम करना है।