एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने कहा, "मैं आज पीएम के भाषण की सराहना करती हूं। इस देश को बनाने में पिछले 7 दशकों में विभिन्न लोगों ने योगदान दिया है। उन्हें हम सभी समान रूप से प्यार करते हैं। चाहे आप इसे इंडिया कहें या भारत। यह आपका अपना देश है। हम सभी यहीं पैदा हुए हैं, हम सभी यहां आकर धन्य हैं। मैं उन दो लोगों को रिकॉर्ड में रखना चाहूंगी जिनका उल्लेख आज भाजपा ने नहीं किया है, जिनसे मैं अत्यधिक प्रभावित हूं। मुझे लगता है कि वे सबसे बड़े नेताओं में से एक थे और असाधारण सांसद थे। वे हैं सुषमा स्वराज और अरुण जेटली। उन्होंने लगातार सहकारी संघवाद के बारे में बात की।”
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सदन में नरेंद्र मोदी बोले- लोकतंत्र की ताकत से रेलवे प्लेटफॉर्म पर गुजारा करने वाला बच्चा सांसद बना
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नई दिल्ली। आज से संसद के विशेष सत्र (Parliament special session) की शुरुआत होगी। सत्र की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकसभा में भाषण से होगी। इस भाषण पर पक्ष और विपक्ष सबकी नजर टिकी है। इस सत्र की शुरुआत इन अटकलों के साथ हो रही है कि सरकार कोई आश्चर्यजनक कदम उठाएगी या नहीं।
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सुप्रिया सुले बोलीं-पीएम के भाषण की सराहना करती हूं
शशि थरूर बोले- नई इमारत में मिलेंगी बेहतर सुविधाएं
संसद भवन को लेकर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि यह इमारत यादों से भरी है। आशा है कि नई इमारत में बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। एक ऐसे भवन को छोड़ना हमेशा एक भावनात्मक क्षण होता है जो इतिहास और यादों से भरा हुआ है। सरकार पुराने संसद भवन से नए संसद भवन जाने को विशेष क्षण बनाना चाहती थी। उन्होंने इसे एक विशेष तरीके से करने की कोशिश की है।
मल्लिकार्जुन खरगे बोले- मजबूत विपक्ष है जरूरी
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि नेहरू जी का मानना था कि एक मजबूत विपक्ष की अनुपस्थिति का मतलब है कि सिस्टम में महत्वपूर्ण कमियां हैं। अगर कोई मजबूत विपक्ष नहीं है तो यह सही नहीं है। अब, एक मजबूत विपक्ष है। ईडी, सीबीआई के माध्यम से इसे कमजोर किया जा रहा है। विपक्षी दलों के नेताओं को ले जाओ, उन्हें वॉशिंग मशीन में डालो और जब वे पूरी तरह से साफ निकल आएं तो उन्हें अपनी पार्टी में शामिल कर लो। आप देख सकते हैं आज क्या हो रहा है। पीएम संसद में कम ही आते हैं और जब आते हैं तो इसे एक इवेंट बनाकर चले जाते हैं।
वर्तमान सांसदों के लिए विशेष सौभाग्य का अवसर
पीएम ने कहा, "अटल जी की सरकार में 2000 में सर्व सम्मति से तीन राज्यों का गठन हुआ, लेकिन जब तेलंगाना का गठन हुआ तो खून बहे। इसी सदन में जनप्रतिनिधित्व कानून में कठोरता लाई। हम जो वर्तमान सांसद हैं उनके लिए विशेष सौभाग्य का अवसर है कि हमें इतिहास और भविष्य दोनों की कड़ी बनने का अवसर मिला है। कल और आज से जुड़ने का अवसर मिल रहा है। आज का दिवस सिर्फ और सिर्फ इस सदन के गौरवगान का है। नेहरू जी का गौरवगान इस सदन में होता है तो कौन सदस्य होगा जिसे ताली बजाने का मन नहीं करेगा।"
इसी सदन ने देखा न्यूक्लियर टेस्ट
पीएम ने कहा,"अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में न्यूक्लियर टेस्ट इसी सदन ने देखा। इसी सदन ने मनमोहन सिंह की सरकार में कैश फोर वोट देखा। इसी सदन में कभी चार सांसद वाली पार्टी सत्ता में होती थी और 100 सांसद वाली पार्टी विपक्षी में थी। इसी सदन में एक वोट से वाजपेयी जी की सरकार गई थी।"
इसी सदन ने इमरजेंसी देखी
नरेंद्र मोदी ने कहा, "इसी सदन में पंडित जवाहर लाल नेहरू ने भारत की आजादी की घोषणा की थी। अटल बिहारी वाजपेयी ने इसी सदन में कहा था सरकारें आएंगी जाएंगी, पार्टियां बनेंगी बिगड़ेंगी, लेकिन देश पहले है। बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ने इसी सदन में काम किया। उन्होंने औद्योगिक क्रांति की बात की थी। लाल बहादुर शास्त्री ने इसी सदन में देश का नेतृत्व किया। इस सदन ने इमरजेंसी और लोकतंत्र की बहाली देखी।"
सदन पर आतंकी हमला हुआ, देश इसे भूल नहीं सकता
पीएम ने कहा, "इस सदन पर आतंकी हमला हुआ। यह हमला एक इमारत पर नहीं था। यह हमारी जीवआत्मा पर था। देश इस घटना को भूल नहीं सकता। सदन को बचाने के लिए जिन्होंने अपने सीने पर गोलियां झेली उन्हें नमन करता हूं। वे आज हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उन्होंने बहुत बड़ी रक्षा की है। मैं उन पत्रकारों को भी नमन करता हूं जिन्होंने इसे कवर करने में जीवन लगा दिया।"
75 वर्षों में संसद पर बढ़ता गया लोगों को विश्वास
पीएम ने कहा, "आजादी के बाद लोगों ने तरह-तरह की आशंकाएं जताई थी। कहा था कि ये देश चल पाएगा या नहीं, लोकतंत्र रह पाएगा या नहीं। इस संसद ने विश्व को गलत साबित किया। इसी संसद में संविधान सभा की बैठकें हुईं। इन 75 वर्षों में सबसे बड़ी जो उपलब्धी है वो है देश के सामान्य लोगों का इस संसद पर विश्वास बढ़ता गया। लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत यही है कि लोगों का इस व्यवस्था के प्रति विश्वास बना रहे।"
संसद से कड़वाहट पालकर नहीं जाते
नरेंद्र मोदी ने कहा, "हम कभी संसद से कड़वाहट पालकर नहीं जाते। यहां परिवार वाला भाव है। अनेक संकटों के बाद भी सांसद सदन में आए हैं। ऐसी अनेक घटनाएं हुईं हैं। गंभीर बीमारियों के बाद भी व्हीलचेयर पर बैठकर आना पड़ा। सांसदों ने ऐसी भूमिका निभाई। कोरोना काल में भी हमारे सांसद दोनों सदन में आए। हमने राष्ट्र का काम रुकने नहीं दिया। संसद से ऐसा जुड़ाव है कि लोग सेंट्रल हॉल आते रहते हैं।"
रेलवे प्लेटफॉर्म पर गुजारा करने वाला गरीब का बेटा सांसद बना
पीएम ने कहा, "मैं पहली बार संसद का सदस्य बना और पहली बार एक सांसद के रूप में इस भवन में प्रवेश किया तो सहज रूप से इस संसद के दरवाजे पर सिर झुकाकर इस लोकतंत्र के मंदिर में कदम रखा था। मैं कल्पणा नहीं कर सकता था। भारत के लोकतंत्र की ताकत है कि रेलवे प्लेटफॉर्म पर गुजारा करने वाला एक गरीब परिवार का बच्चा संसद में पहुंच सकता है। मैंने कभी कल्पणा नहीं की थी देश इतना प्यार देगा।"
सदन से विदा लेना भावुक पल
पीएम मोदी ने कहा, "इस सदन से विदा लेना भावुक पल है। जब हम इस सदन को छोड़कर जा रहे हैं तो हमारा मन अनेक यादों और खट्टे-मिठे अनुभवों से भरा हुआ है। कभी संघर्ष तो कभी उत्साह और उमंग का माहौल रहा। ये हमारी साझी विरासत है। इसका गौरव भी हम सबका साझा है। आजाद भारत के नव निर्माण से जुड़ी अनेक घटनाएं इन 75 वर्ष में इसी सदन में आकार लेती हमने देखी हैं।"
भारत की अध्यक्षता में अफ्रीकन यूनियन बना जी20 का सदस्य
पीएम ने कहा, "भारत इस बात का गर्व करेगा कि जब भारत अध्यक्ष था तब अफ्रीकन यूनियन जी20 का सदस्य बना। अफ्रीकन यूनियन के अध्यक्ष ने उस पल को याद करते हुए कहा है कि वह रोने-रोने को हो गए थे। भारत के प्रति शक करने की सोच कई लोगों में है। कुछ लोग कह रहे थे कि घोषणा पर सहमति नहीं होगी, लेकिन वह हुआ। भारत की अध्यक्षता नवंबर के आखिर तक है। आज भारत विश्व मित्र के रूप में सामने आया है।"
चंद्रयान तीन की सफलता से अभिभूत है देश
पीएम ने कहा, "चंद्रयान तीन की सफलता से पूरा देश अभिभूत है। इसने भारत के सामर्थ्य का एक नया रूप जो आधुनिकता, विज्ञान और टेक्नोलॉजी से जुड़ा है लाया है। इसने दुनिया पर प्रभाव डाला है। मैं इसके लिए वैज्ञानिकों को बधाई देता हूं। जी20 की सफलता 140 करोड़ देशवासियों की सफलता है। यह किसी व्यक्ति या दल की नहीं है। 60 से अधिक जगहों पर 200 से अधिक बैठकें हुईं। ये प्रभाव पूरे विश्व के मन पर पड़ा है।"
संसद भवन को बनाने में लगा था देशवासियों का पसीना
नरेंद्र ने संसद में कहा, "देश की 75 वर्षों की संसदीय यात्रा को फिर से याद करने के लिए और नए सदन में जाने के लिए उन प्रेरक पलों को इतिहास की महत्वपूर्ण घड़ी को याद करने का ये अवसर है। हम सब इस ऐतिहासिक भवन से विदा ले रहे हैं। आजादी के पहले ये सदन इंपीरियल लेजिस्लेटिव काउंसिल था। आजादी के बाद इसे संसद भवन के रूप में पहचान मिली। इस इमारत के निर्माण का फैसला भले विदेशी शासकों का था, लेकिन हम गर्व से कह सकते हैं कि इस भवन के निर्माण में पसीना मेरे देशवासियों का लगा था।"
जी20 शिखर सम्मेलन की सफलता के लिए बधाई
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने जी20 शिखर सम्मेलन की सफलता के लिए पूरे देश को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इसने वैश्विक स्तर पर देश की नेतृत्व की क्षमता को नया आयाम दिया है।
संसद के विशेष सत्र की शुरुआत हुई
संसद के विशेष सत्र की शुरुआत हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा में मौजूद हैं। लोकसभा में सत्र की शुरुआत के साथ ही हंगामा शुरू हो गया। अध्यक्ष हंगामा शांत कराने की कोशिश कर रहे हैं। अध्यक्ष ने कहा कि जो टेक्निकल गलती हुई है उसकी वे जांच कराएंगे।
सत्र छोटा, लेकिन बहुत महत्वपूर्ण है
नरेंद्र मोदी ने कहा, "मैं सभी सांसदों से आग्रह करना चाहता हूं कि छोटा सत्र है। इसमें वे ज्यादा से ज्यादा समय दें। रोने-धोने के लिए बहुत समय होता है। बाद में करते रहिए। जीवन में कुछ ऐसे पल भी होते हैं जो उमंग और विश्वास से भर देते हैं। मैं आशा करता हूं कि पुरानी बुराइयों को छोड़कर अच्छाइयों को साथ लेकर नए सदन में प्रवेश करेंगे। ये प्रण सभी सांसद लेकर चलें। कल गणेश चतुर्थी का पावन पर्व है। गणेश जी विघ्नहर्ता माने जाते हैं। भारत के विकास यात्रा में कोई विघ्न नहीं रहेगा। इसलिए गणेश चतुर्थी के दिन नव प्रस्थान नए भारत के सपनों को साकार करने वाला बनेगा। इसलिए ये सत्र छोटा है, लेकिन बहुत मूल्यवान है।"
ऐतिहासिक निर्णयों का ये सत्र है
पीएम ने कहा, "भारत के गौरव को बढ़ाने वाले उत्साह का माहौल है। सारे देश में एक नया आत्मविश्वास हम सब अनुभव कर रहे हैं। उसी समय संसद का ये सत्र है। ये सत्र छोटा है, लेकिन समय के हिसाब से बहुत बड़ा है। ऐतिहासिक निर्णयों का ये सत्र है। सत्र की एक विशेषता तो ये है कि 75 साल की यात्रा अब नए मुकाम से आरंभ हो रही है। जिस मुकाम पर 75 साल की यात्रा हुई वो अत्यंत प्रेरक पल हैं। 2047 में विकसित देश बनाकर रहना है। इसके लिए नए संसद भवन में फैसले होने वाले हैं।"
भारत ग्लोबल साउथ की आवाज बना
नरेंद्र मोदी ने कहा, "जी20 शिखर सम्मेलन में अभूतपूर्व सफलता मिली। जी20 में भारत की विविधता दिखी। जी20 में भारत इस बात के लिए गर्व करेगा कि ग्लोबल साउथ के आवाज बने। अफ्रीकन यूनियन को स्थायी सदस्यता मिली। जी20 के घोषणा को सर्वसम्मति से स्वीकार्य किया गया। ये सारी बातें भारत के उज्जबल भविष्य के संकेत दे रही है। योशोभूमि राष्ट्र को समर्पित हुआ। कल विश्वकर्मा जयंती थी। देश के विश्वकर्मा समुदाय को ट्रेनिंग, आधुनिक टूल्स, आर्थिक प्रबंधन और नए सिरे से ये विश्वकर्मा सामर्थ्य भारत के विकास यात्रा को आगे बढ़ाने में कैसे भूमिका अदा करे ऐसे अनेक इंतजाम किए गए हैं।"
भारत के दरवाजे पर आकर खड़े हैं अनेक संभावनाएं: नरेंद्र मोदी
संसद भवन के बाहर मीडिया को संबोधित करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा, "मून मिशन की सफलता, चंद्रयान तीन हमारा तिरंगा फहरा रहा है। शिव शक्ति प्वाइंट नई प्रेरणा का केंद्र बना है। तिरंगा प्वाइंट, हमें गर्व से भर रहा है। पूरे विश्व में जब इस प्रकार की उपलब्धी होती है तो उसे आधुनिकता से, विज्ञान से, टेक्नोलॉजी से जोड़कर देखा जाता है। जब ये सामर्थ्य विश्व के सामने आता है तो भारत के लिए अनेक संभावना हमारे दरवाजे पर आकर खड़े हो जाते हैं।