Turkish Drones against India: पाकिस्तान ने तुर्की से मिले 400 ड्रोन के जरिए जम्मू-कश्मीर और अन्य सीमाई क्षेत्रों में भारत के सैन्य और नागरिक ठिकानों को बनाया निशाना। ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने किया मुंहतोड़ जवाब। जानिए पूरी रिपोर्ट।

Turkish Drones against India: पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने के लिए आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। आतंकवादियों को प्रश्रय देने वाले पाकिस्तान ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद सीज़फायर का उल्लंघन करते हुए सैकड़ों ड्रोन हमले पिछले तीन दिनों में किए हैं। भारत का एयर डिफेंस सिस्टम लगातार पाकिस्तान की साजिश को नेस्तनाबूद कर रहा है लेकिन पाकिस्तान को अब तुर्किए का भी सहारा मिल रहा है। भारत सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान एक अहम खुलासा किया है कि पाकिस्तान ने 300 से 400 तुर्की निर्मित 'Asis Guard Songar' ड्रोन के जरिए भारत के पश्चिमी सीमा क्षेत्रों पर सुनियोजित हमला किया। ये ड्रोन जम्मू-कश्मीर के लेह से लेकर गुजरात के सायर क्रीक तक 36 अलग-अलग स्थानों पर भारतीय वायु क्षेत्र का उल्लंघन करते हुए देखे गए।

भारतीय वायु सुरक्षा प्रणाली ने कई ड्रोन मार गिराए

सरकार के अनुसार, भारतीय सशस्त्र बलों ने इन ड्रोन का मुकाबला 'kinetic' और 'non-kinetic' दोनों तरीकों से किया। कई ड्रोन को सफलतापूर्वक मार गिराया गया है और उनका मलबा फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि ये ड्रोन तुर्की के हैं, जिनका उपयोग पाकिस्तान ने भारत के सैन्य और नागरिक ठिकानों को निशाना बनाने के लिए किया।

तुर्की का पाकिस्तान को खुला समर्थन

भारत सरकार ने तुर्की पर पाकिस्तान को न केवल सैन्य सहायता देने बल्कि आतंकवाद और भारत विरोधी कश्मीर नैरेटिव को भी खुला समर्थन देने का आरोप लगाया है। बताया गया कि पहलगाम हमले के कुछ ही घंटों बाद तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैय्यब एर्दोगन ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज़ शरीफ से मुलाकात की और कश्मीर पर अटूट समर्थन का वादा किया।

छह तुर्की सैन्य विमान पहुंचे पाकिस्तान

पहलगाम आतंकी हमले के बाद तुर्की के छह सैन्य विमान पाकिस्तान पहुंचे। हालांकि, तुर्की ने दावा किया कि यह केवल ईंधन भरने के लिए हुआ लेकिन वैश्विक एयर ट्रैकिंग सिस्टम ने इन विमानों को ट्रैक किया जिससे तुर्की की भूमिका पर संदेह और गहरा हो गया।

नौसेना युद्धपोत भी भेजा गया

तुर्की ने इस दौरान एक सैन्य युद्धपोत ‘टीसीजी बायकाडा (F-512)’ भी पाकिस्तान के कराची बंदरगाह पर भेजा जिसे पाकिस्तान ने भाईचारे का प्रतीक बताया जबकि तुर्की ने इसे सामान्य दौरा बताया।

भारत पर तुर्की का झूठा प्रचार

भारत द्वारा पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद तुर्की ने पाकिस्तानी नैरेटिव को पूरी तरह समर्थन दिया। राष्ट्रपति एर्दोगन ने भारत के मिसाइल हमलों को नागरिकों की शहादत करार देते हुए पाकिस्तान के प्रति संवेदना प्रकट की। भारत ने इसे एकपक्षीय और भ्रामक बताया।

भारत ने दी कड़ी चेतावनी

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने पाकिस्तान और तुर्की को चेतावनी देते हुए कहा कि भारत की एकता और सुरक्षा से खिलवाड़ करने वालों को करारा जवाब मिलेगा। पाकिस्तान की इन हरकतों को तुर्की का समर्थन उसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कठघरे में खड़ा करेगा।