सार
पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने हाल ही में कश्मीर को पाकिस्तान की 'जान' बताया था. जांच और इंटेलिजेंस एजेंसियों का मानना है कि पहलगाम हमले के पीछे यही बयान एक बड़ी वजह हो सकता है. पाकिस्तानी सेना प्रमुख ने कश्मीर पर विवादास्पद बयान दिया था, जिसके बाद भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय जांच एजेंसियों का मानना है कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख के बयान ने आतंकियों को हमले के लिए उकसाया. यह भी कहा जा रहा है कि आतंकियों ने अमेरिकी उपराष्ट्रपति जे.डी. वैंस के दौरे के समय को जानबूझकर हमले के लिए चुना.
मुनीर के भाषण में मुस्लिम और हिंदुओं के साथ अलग-अलग व्यवहार का जिक्र था. इंटेलिजेंस अधिकारियों का कहना है कि इस भड़काऊ भाषण ने आतंकी संगठन 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (TRF) को हमले के लिए उकसाया होगा. इंटेलिजेंस रिपोर्ट्स के अनुसार, लश्कर के टॉप कमांडर सैफुल्ला कसूरी (खालिद) ने इस हमले की साजिश रची थी.
रावलकोट में रहने वाले अबू मूसा समेत दो लश्कर कमांडरों की भूमिका की भी जांच हो रही है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, 18 अप्रैल को मूसा ने रावलकोट में एक कार्यक्रम आयोजित किया था, जिसमें उसने कहा था कि कश्मीर में जिहाद जारी रहेगा, बंदूकें गरजती रहेंगी और सिर कलम होते रहेंगे. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि पहलगाम में हमलावरों ने कई पीड़ितों से उनके नाम पूछे थे.
2000 और 2001 में अमरनाथ यात्रियों पर हमले के बाद, जम्मू-कश्मीर में आम लोगों पर इतना बड़ा आतंकी हमला पहली बार हुआ है. जब सेना की वर्दी में बंदूकधारी आतंकी आए, तो कई लोगों को लगा कि यह मॉक ड्रिल है.