Pahalgam आतंकी हमला: पाकिस्तान, लश्कर-ए-तैयबा, हाफिज़ सईद की साजिश बेनकाब
Hafiz Saeed Linked To Pahalgam Terror Connection: पहलगाम के बैसरण घाटी (Baisaran Valley) में हुआ आतंकी हमला देश में आक्रोश का कारण बना है। लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े इस हमले में 26 लोग मारे गए। इस हमले में हाफिज़ सईद का भी कनेक्शन सामने आया है।
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स्पेशल स्टेट्स खत्म होने के बाद सबसे भयानक हमला
घाटी के सबसे खूबसूरत इलाकों में शुमार बैसरण (Baisaran) में मंगलवार को गोलियों की आवाज से दहल उठी। आतंकियों ने धर्म का खेल खेलते हुए 26 बेगुनाह टूरिस्टों को मार डाला। यह अनुच्छेद 370 (Article 370) हटाए जाने के बाद का सबसे भयावह हमला है।
लश्कर-ए-तैयबा का विदेशी मॉड्यूल
हमले की जिम्मेदारी सीधे तौर पर लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) के विदेशी मॉड्यूल पर आ रही है। इसमें पाकिस्तान से आए आतंकी और कश्मीर के लोकल ओवरग्राउंड वर्कर शामिल थे।
हाफिज़ और उसके लेफ्टिनेंट के हाथ में कमान
इस पूरे ऑपरेशन की कमान 26/11 हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद (Hafiz Saeed) और उसके डिप्टी सैफुल्ला के हाथ में थी, जो पाकिस्तान से मॉड्यूल को निर्देश दे रहे थे।
मॉड्यूल का पुराना खूनी इतिहास
यह मॉड्यूल घाटी में पहले भी कई हमलों में सक्रिय रहा है। अक्टूबर 2024 में बूटा पात्रि (Boota Pathri) और सोनमर्ग (Sonamarg) में हुए हमलों में भी इसी समूह का हाथ बताया गया था। उस समय 6 मज़दूरों और एक डॉक्टर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
जुनेद भट्ट का एनकाउंटर और मॉड्यूल का एक्सपैंशन
दिसंबर 2024 में लश्कर का ए+ कैटेगरी आतंकी जुनेद अहमद भट्ट (Junaid Ahmed Bhatt) दाचीगाम (Dachigam) में एनकाउंटर में मारा गया लेकिन उसके अन्य साथी घने जंगलों में फरार हो गए। हर बड़े हमले के बाद ये आतंकी लंबे समय तक भूमिगत हो जाते हैं और पाकिस्तान से फिर से निर्देश मिलने पर सक्रिय होते हैं।
तीन जगहों पर हुआ हमला
बैसरण घाटी में हमला सुनियोजित ढंग से तीन अलग-अलग स्थानों पर किया गया। पुलिस के अनुसार एक जगह पांच लोगों को गोली मारी गई, दूसरी जगह दो को खुले मैदान में जबकि तीसरे स्थान पर घाटी की बाड़ के पास लोगों को निशाना बनाया गया। कुछ लोग जो बाड़ कूदकर भागने में सफल रहे, वे बच गए।
मुख्य आरोपी: दो पाकिस्तानी, एक स्थानीय
गुरुवार को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने तीन संदिग्धों के स्केच जारी किए: हाशिम मूसा उर्फ सुलेमान, अली भाई उर्फ तल्हा (दोनों पाकिस्तान से) और अब्दुल हुसैन ठोकर (Anantnag निवासी)। इनकी जानकारी देने पर 20 लाख का इनाम रखा गया है। साथ ही पुलिस ने जंगलों में इन आतंकियों के लिए बनाए गए एक ठिकाने का भी भंडाफोड़ किया।
भारत की तीखी राजनयिक प्रतिक्रिया
बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की आपात बैठक हुई, जिसमें गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और एनएसए अजीत डोभाल शामिल हुए।
कई कठोर निर्णय
भारत और पाकिस्तान अपने मिशनों की स्टाफ संख्या 55 से घटाकर 30 करेंगे। पाकिस्तान उच्चायोग के सभी रक्षा कर्मियों को persona non grata घोषित कर भारत छोड़ने का आदेश। इस्लामाबाद स्थित भारतीय सलाहकार भी वापस बुलाए जाएंगे। SAARC वीज़ा छूट योजना को पाकिस्तानी नागरिकों के लिए रद्द किया गया। अटारी-वाघा सीमा को अनिश्चितकाल के लिए बंद किया गया। सिंधु जल संधि (Indus Waters Treaty) को भी भारत ने निलंबित कर दिया।
चाणक्यपुरी में पाकिस्तान के खिलाफ उबाल
गुरुवार को दिल्ली के चाणक्यपुरी स्थित पाकिस्तान उच्चायोग के बाहर भारी विरोध प्रदर्शन हुए। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए भारी संख्या में सुरक्षाबल तैनात किए गए। जम्मू-कश्मीर से लेकर देश के कई राज्यों में इस हमले के खिलाफ आक्रोशित प्रदर्शन देखे गए।