सार
नागरिकता कानून के हिंसक विरोध के बीच ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने इसका समर्थन किया है। उन्होंने कहा, नागरिकता संसोधन कानून का भारतीय नागरिकों से कोई लेना देना नहीं है।
भुवनेश्वर. नागरिकता कानून के हिंसक विरोध के बीच ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने इसका समर्थन किया है। उन्होंने कहा, नागरिकता संसोधन कानून का भारतीय नागरिकों से कोई लेना देना नहीं है।
नवीन पटनायक ने कहा, नागरिकता संसोधन सिर्फ विदेशियों के लिए है। उन्होंने कहा कि बीजद के सांसदों ने लोकसभा और राज्यसभा में यह साफ कर दिया है कि हम एनआरसी का समर्थन नहीं करेंगे। मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे शांति से रहें और अफवाहों में ना आएं। दरअसल, बीजद ने नागरिकता संसोधन बिल पर सरकार के पक्ष में वोट किया था।
क्या है नागरिकता संसोधन कानून?
नागरिकता कानून के तहत पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से धार्मिक उत्पीड़न की वजह से भारत आने वाले अल्पसंख्यकों हिंदू, सिख, ईसाई, जैन, बौद्ध और पारसी धर्म के लोगों को नागरिकता देने का प्रावधान है।
देश के कई राज्यों में हो रहा हिंसक विरोध
नागरिकता कानून का देश के कई इलाकों में विरोध हो रहा है। असम, बंगाल और दिल्ली में कुछ इलाकों में हिंसक प्रदर्शन भी हुई। दिल्ली के जामिया में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के झड़प के मामले भी सामने आए हैं।